Varanasi City Weather Update : पखवारे भर से पारा चार से छह डिग्री अधिक, मौसम का रुख तल्ख
तापमान में अधिकता का असर होने से अब ऐसा लग रहा है कि ठंड की विदायी पूरी तरह हो चुकी है और गुलाबी ठंड का असर कम हो गया है। वातावरण में शुष्क हवा काबिज हो चुकी है और गुलाबी ठंड भी मानो अपना असर खो चुकी हो।
वाराणसी, जेएनएन। पखवारे भर से तापमान सामान्य से अधिक हो चला है, तापमान में अधिकता का असर होने से अब ऐसा लग रहा है कि ठंड की विदायी पूरी तरह हो चुकी है और गुलाबी ठंड का असर कम हो गया है। वातावरण में शुष्क हवा काबिज हो चुकी है और गुलाबी ठंड भी मानो अपना असर खो चुकी हो। सुबह ठंड का मामूली असर हो रहा है, धूप निकलने के बाद वातावरण और भी तल्ख हो जा रहा है। सुबह नौ बजे के बाद अब धूप में चुभन का अहसास हो रहा है और गर्मी का असर होने से लोग दोपहर में पसीना पसीना भी हो रहे हैं। मौसम विज्ञानियों के अनुसार वातावरण में बदलाव तभी होगा जब बादलों की सक्रियता होगी या पश्चिमी विक्षोभ का असर होगा।
सोमवार की सुबह आसमान साफ रहा और ठंडी हवाएं भी चलीं और दिन चढ़ने पर सूरज की रोशनी में गर्मी का असर भी हुआ। धूप खिलने पर ठंडी हवाएं खो गईं और वातावरण पूरी तरह शुष्क हो चला। धूप नौ बजते बजते लोगों को चुभने लगी। मौसम विज्ञानी मान रहे हैं कि मौमस में यह बदलाव आगामी दो चार दिनों तक रहेगा। इसके बाद पश्चिमी विक्षोभ के असर से हवा का रुख पछुआ हुआ तो वातावरण में बदलाव हो सकता है। पखवारे भर से हो रहा यह बदलाव खेती किसानी के लिए हानिकारक माना जा रहा है। कृषि विज्ञानियों के अनुसार तापमान में लगातार इजाफा रहने से खेतों में दाने पर्याप्त नहीं बनेंगे और आम के बौर पर भी रोगों का तेजी से प्रसार होगा।
बीते चौबीस घंटों में अधिकतम तापमान 34.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया जो सामान्य से छह डिग्री अधिक रहा, न्यूनतम तापमान 17.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया जो सामान्य से चार डिग्री अधिक दर्ज किया गया। आर्द्रता अधिकतम 60 फीसद और न्यूनतम 49 फीसद दर्ज किया गया। पूर्वांचल में आसमान साफ होने से वातावरण शुष्क बना हुआ है। हालांकि, पश्चिमी विक्षोभ का एक असर दोबारा आने की तैयारी में है जो उत्तरी पाकिस्तान तक पहुंच चुका है। हवा का रुख पछुआ हुआ तो आने वाले दिनों में आने वाले दिनों में तापमान में राहत मिल सकता है। बादलों का पखवारे भर से अब तक असर न होने से वातावरण में तल्खी बढ़ गई है।