कोरोना काल के सन्नाटे की भरपाई करेंगे नए पर्यटन स्थल, अगले माह से गंगा में रोरो व क्रूज का संचालन
वैश्विक महामारी कोरोना के कारण बनारस ही नहीं पूर्वांचल का पर्यटन उद्योग सन्नाटे में रहा। अभी विदेशी पर्यटक नहीं आ रहे लेकिन घरेलू सैलानियों के बूते रौनक लौट रही है। देव दीपावली पर वाराणसी में पीएम मोदी के आगमन ने इसमें संजीवनी का काम किया है।
वाराणसी, जेएनएन। वैश्विक महामारी कोरोना के कारण बनारस ही नहीं पूर्वांचल का पर्यटन उद्योग सन्नाटे में रहा। अभी विदेशी पर्यटक नहीं आ रहे लेकिन घरेलू सैलानियों के बूते रौनक लौट रही है। देव दीपावली पर पीएम मोदी के आगमन ने इसमें संजीवनी का काम किया तो अब छुट्टी का कोई दिन हो या दिवस विशेष पर्यटन स्थलों पर खूब भीड़ उमड़ रही है। कभी-कभी घाटों पर नाव तक कम पड़ जा रही है। सारनाथ में लाइट एंड साउंड शो फुल जा रहा है। वहीं केंद्र और प्रदेश सरकार की पहल से कैथी में मार्कंडेय महादेव, शूलटंकेश्वर महादेव व रामेश्वर आदि तीर्थ स्थल नए पर्यटन स्थल के तौर पर उभर कर सामने आ रहे हैं। पर्यटन उद्योग इनसे नई उड़ान पाएगा तो कोरोना काल की भरपाई भी होगी। कुछ ऐसी ही उम्मीदें जगाईं क्षेत्रीय पर्यटन अधिकारी कीर्तिमान श्रीवास्तव ने। वे दैनिक जागरण की ओर से मंगलवार को आयोजित प्रश्न पहर कार्यक्रम में दूरभाष पर पाठकों से रूबरू थे। पर्यटन विकास की योजनाओं के बारे में पूछे गए सवाल का जवाब दिया तो विस्तार में भागीदार बनने का आग्रह भी उन्होंने किया।
-पर्यटन उद्योग को बढ़ावा देने के लिए क्या पहल की जा रही है? -चंदन जायसवाल, जौनपुर
-मुख्यमंत्री पर्यटन संवर्धन योजना के तहत सभी पर्यटन स्थलों का विकास किया जा रहा है।
-पंचकोसी मार्ग पर शौचालय तो बना है, लेकिन रखरखाव ठीक से नहीं हो रहा है। शेड भी घाट से काफी नीचे लगा है?
- रंजीत तिवारी, बरेमा-रामेश्वर
-इसके रखरखाव का जिम्मा वीडीए का है। वैसे हमारे पास अगर लिखित शिकायत आती है तो इस पर कार्रवाई की जाएगी। शेड तकनीकी रूप से ठीक है। बाढ़ में नहीं डूबेगा।
-चंदौली के पर्यटन स्थलों का कब विकास होगा? - पिंटू सिंह, धानापुर-चंदौली
-धानापुर क्षेत्र में पर्यटन स्थलों के विकास के लिए प्रस्ताव बनाकर शासन को भेजा जा चुका है।
-पर्यटन क्षेत्र में करियर की क्या संभावनाएं हैं? - जयदीप सिंह, वाराणसी व सुनील भारती गाजीपुर
-पर्यटन क्षेत्र में गाइड व टूर आपरेटर के तौर पर अपार संभावनाएं हैं। पर्यटन प्रबंधन संस्थान सहित अन्य संस्थानों से प्रशिक्षण ले सकते हैैं। समय-समय पर टूरिस्ट गाइड ट्रेनिंग प्रोग्राम चलाए जाते हैैं जिसकी सूचना समाचार पत्रों में दी जाती है।
-गाइड टूर वाले पैसे नहीं दे रहे हैं। क्या किया जाए? -आशीष पटेल, शिवपुर
-उत्तर प्रदेश पर्यटन महानिदेशालय दफ्तर में इस तरह की शिकायत भेज सकते हैं। हमारे कार्यालय में भी अगर शिकायत आती है तो उचित कार्रवाई की जाएगी।
-सोनभद्र में रविदास जयंती पर बड़ा मेला लगता है, एक लाख लोग जुटते हैं। बावजूद इसके यहां कोई व्यवस्था नहीं है। - सोहन लाल, डेहरीकलां सोनभद्र
-स्थानीय विधायक समेत जनप्रतिनिधियों की ओर से प्रस्ताव आता है तो स्थलीय निरीक्षण कर विकास करने पर विचार किया जाएगा। आप भी प्रस्ताव दे सकते हैैं।
-मुड़ैला में काशी द्वार बने ताकि यहां आने वाले लोगों को पौराणिक नगरी में प्रवेश करने अहसास हो सके।- केशव यादव, मंडुआडीह
-सुझाव अच्छा है। इसका प्रस्ताव आप स्थानीय विधायक के माध्यम से भेजिए। या इस संबंध में खुद प्रस्ताव दे सकते हैैं ताकि आगे की कार्यवाही की जा सके।
-सारनाथ में लाइट एंड साउंड के टिकट एडवांस आनलाइन बुक करा सकते हैैं? -तपन दास, लंका
-अभी एडवांस आनलाइन बुकिंग नहीं हो रही है। पर्यटन पुलिस बूथ पर 200 रुपये में टिकट खरीद सकते हैं। टिकट सुबह नौ से शाम पांच बजे तक मिलता है। जल्द ही अंग्रेजी में भी संवाद सुन सकेंगे।
-गाजीपुर में पर्यटन कैसे बढ़ेगा। यहां कष्टहारिणी मंदिर पर पर्यटन विकास की जरूरत है।- दीपक स्वर्णकार, करीमुद्दीनपुर, गाजीपुर
-प्रस्ताव बनाकर चौकाघाट स्थित पर्यटन दफ्तर में भेजें। इसे शामिल करने की दिशा में पहल की जाएगी।
-पर्यटन की दिशा में केंद्र सरकार की ओर से क्या प्रयास किए जा रहे।-दशरथ प्रसाद जायसवाल, संदहां
-केंद्र व प्रदेश सरकार की ओर से पर्यटन के क्षेत्र में तमाम नई योजनाएं शुरू की गई है। पीएम ने देव दीपावली पर आकर पर्यटन उद्योग को नई संजीवनी दी। इससे सारनाथ में लाइट एंड साउंड शो की सीटें बढ़ानी पड़ रही हैं। मार्कंडेय महादेव, शूलटंकेश्वर महादेव समेत हर ओर विकास कार्य चल रहा है।
-लाकडाउन के कारण पर्यटन उद्योग पर असर पड़ा है। इससे उबारने के लिए क्या पहल की जा रही है? - अंशुमान मालवीय, महमूरगंज
-कोरोना काल का सन्नाटा टूट चुका है। अब प्रतिमाह 50 हजार से अधिक घरेलू पर्यटक आ रहे हैं। आगे स्थिति और सुधरेगी।
-विदेशी पर्यटक नहीं आ रहे हैं। इससे होटल व्यवसाय पर भी असर पड़ा है? - अंशुमान मालवीय व नीता गोस्वामी, महमूरगंज
-भले ही विदेशी पर्यटक न आ रहे हों लेकिन देशी पर्यटकों की संख्या बढ़ी है। शादियों के समय तो सभी होटल भर रहते थे। अब तो वैक्सीन आ गई है। एक साल में नुकसान की भरपाई होने की उम्मीद है।
-कुंभ के समय गाइड आइकार्ड बना था, उसका नवीकरण नहीं हो पाया है? - मधुर चौबे, सारनाथ
-नवीकरण कार्य लखनऊ मुख्यालय से हो पाएगा।
-वीमेन केयर गाइड आइकार्ड बना था, लेकिन नवीकरण नहीं हो रहा है? - रितु चौबे, सातो महुआ
-यह कार्यवाही शासन स्तर पर ही हो पाएगी। इसलिए महानिदेशक कार्यालय इस बारे में लिख सकती हैं।
-पर्यटन में अध्यापन के लिए क्या योग्यता चाहिए? -सत्यभान, हनुमान घाट
-पर्यटन में पीजी व पीएचडी-नेट होना चाहिए। इसके बाद अध्यापन के लिए अर्ह हो सकते हैैं।
-काशी में महाराजा विभूति नारायण सिंह की मूर्ति लगाई जानी चाहिए?
- लक्ष्मी नारायण सिंह, गोदौलिया
-इस पर निर्णय महानिदेशालय ही ले सकता है। आप प्रस्ताव बनाकर महानिदेशक कार्यालय भेज सकते हैं।
-पर्यटन उद्योग को बढ़ाने के लिए क्या किया जा रहा है? -शिखर यादव, शंकुलधारा पोखरा कमच्छा
-नए पर्यटन एवं तीर्थ स्थलों का विकास किया जा रहा है। रोरो व क्रूज का संचालन जल्द किया जाएगा। इससे पर्यटन रफ्तार पाएगा।
-पंचकोसी मार्ग पर कई जगह सड़क किनारे अतिक्रमण है। मुक्ति के लिए क्या किया जा रहा है? - अनुŸुाति यादव, शंकुलधारा पोखरा
-शिकायत मिलने पर कार्रवाई की जाती है। तालाबों-पौराणिक स्थलों को अतिक्रमण मुक्त कराने के लिए निरंतर ही कार्रवाई चल रही है।
-लखनऊ में पर्यटन के लिए गार्ड की ट्रेनिंग ली है। क्या इसमें संभावना है?
- रणधीर कुमार, दौलतपुर पांडेयपुर
-फिलहाल गार्ड का पद खाली नहीं है। किसी एजेंसी से संपर्क कर सकते हैं।
-धानापुर में शहीद पार्क पर विकास के लिए कोई योजना है? -आनंद कुमार सिंह, धानापुर, चंदौली
-शहीद पार्क सुंदरीकरण के लिए प्रस्ताव शासन को भेजा गया है।
-गोवा आदि पर्यटन स्थलों पर जाने के लिए यह मौसम अनुकूल है?-सुमंत कुमार, नगरा-बलिया
-जी हां, आप अपनी सुविधानुसार पर्यटन स्थलों का दौरा सकते हैं।