वाराणसी शहर का वायु प्रदूषण इंडेक्स 39 प्वाइंट तक गिरा, गिनती के ही वाहन चले सड़काें पर
वायु प्रदूषण की मार झेल रहे वाराणसी को रविवार को जनता कफ्र्यू के कारण बहुत राहत मिली।
वाराणसी, जेएनएन। वायु प्रदूषण की मार झेल रहे वाराणसी को रविवार को जनता कफ्र्यू के कारण बहुत राहत मिली। शनिवार को जहां वाराणसी का एयर क्वालिटी इंडेक्स 159 अंक था। वहीं रविवार को यह 120 अंक तक पहुंच गया। भले ही लोगों ने उस शांति को घर के अंदर से महसूस नहीं किया लेकिन जो लोग आवश्यक सेवा में कार्यरत थे, उनका कहना था कि आज जैसा नजारा कभी नहीं देखा था। लहुराबीर से नदेसर तक शाम को करीब चार बजे एक वाहन नहीं दिखा। वहीं हाइवे पर भी आवागमन बहुत कम रहा। अमूमन सड़कों पर यही स्थिति नजर आई।
उत्तर प्रदेश प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के क्षेत्रीय अधिकारी कालिका सिंह ने रविवार को बताया कि पर्यावरण संरक्षण के लिए 22 मार्च को बहुत दिनों तक याद रखा जाएगा। बनारस जनपद में करीब 10 लाख वाहन पंजीकृत हैं। इसमें हर तरह के वाहन शामिल हैं। इसके अलावा हाइवे से हजारों वाहन गुजरते हैं एवं शहर में बाहर से भी काफी वाहन आते हैं। इन वाहनों से इतना धुआं निकलता है कि यहां का वातावरण खतरनाक स्थिति पर पहुंच जाता है। वायु प्रदूषण उस समय सबसे अधिक खतरनाक हो जाता है जब चौराहों के क्रासिंग पर वाहन रेड लाइन पर खड़े होते हैं और वह चालू हालत में होते हैं।
रोडवेज की 496 बसें नहीं चलीं
वायु प्रदूषण को कम करने में रोडवेज ने भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। रोजाना औसत करीब 600 बसें यहां के डिपो में आती और जाती हैं। रविवार को इनकी संख्या 106 थी, जिनमें 79 रोडवेज की और 27 प्राइवेट बसें थीं।
डॉफी टोल प्लाजा पर भी सन्नाटा
राष्ट्रीय राजमार्ग दो बनारस से गुजरता है। इसी पर डॉफी में टोल प्लाजा बना है। रविवार को इस टोल प्लाजा से चार से पांच हजार के बीच वाहन गुजरे। वहीं आम दिनों में 24 घंटे में वाहनों की संख्या 18 हजार से ऊपर होती है।
तारीख | एयर इंडेक्स क्वालिटी |
22 मार्च | 120 |
21 मार्च | 159 |
20 मार्च | 75 |
19 मार्च | 75 |
18 मार्च | 118 |
17 मार्च | 153 |
16 मार्च | 123 |
15 मार्च | 157 |
14 मार्च | 68 |
ये आंकड़े उप्र प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के अर्दली बाजार केंद्र ने जारी किए हैं।