वाराणसी कैंट स्टेशन को ग्रिड से मिलेगा करेंट, साढ़े 17 लाख रुपये का सीधा बचत होने का अनुमान
आइएसओ प्रमाणन कैंट रेलवे स्टेशन को करंट सीधा ग्रिड से मिलेगा। रेलवे का प्रयास अंतिम चरण में पहुंच चुका है।
वाराणसी, जेएनएन। आइएसओ प्रमाणन कैंट रेलवे स्टेशन को करंट सीधा 'ग्रिड' से मिलेगा। रेलवे का प्रयास अंतिम चरण में पहुंच चुका है। रेलवे बोर्ड एवं उत्तर प्रदेश पॉवर कारपोरेशन के अधिकारी सहमति पत्र पर हस्ताक्षर करेंगे। बिजली आपूर्ति की गारंटी चारो पहर के साथ करीब साढ़े 17 लाख रुपये की बचत भी होगी।
पांच से छह रुपये यूनिट मिलेगी बिजली
ग्रिड से बिजली मिलने का मतलब रेलवे का अर्थ मजबूत होगा। अभी इलाकाई पॉवर सेंटर से विद्युत आपूर्ति की जाती है। साढ़े आठ रुपये प्रति यूनिट बिलिंग होती है। ग्रिड से बिजली मिलने का मतलब बिल में 35 फीसद कमी आएगी। असल में नई व्यवस्था में प्रति यूनिट बिजली करीब पांच से छह रुपये यूनिट मिलती हैै। यह यूपीपीसीएल की ओपेन एक्सेस के अंतर्गत होता है।
35 लाख पर सिमटेगा बिजली बिल
कैंट रेलवे स्टेशन प्रशासन अभी प्रत्येक माह करीब 50 लाख रुपये का बिल जमा करता है। नई व्यवस्था के बाद 35 लाख रुपये पर आ सिमटने की उम्मीद है। दरअसल, ग्रिड से करंट लेने पर बिलिंग का दर 35 फीसद कम हो जाती है।
रेलवे कॉलोनियां भी होंगी लाभान्वित
ओपेन एक्सेस योजना का लाभ रेल कॉलोनियों को भी मिलेगा। कैंट स्टेशन की बिजली से कालोनियां भी जुड़ी हैं। विद्युत अधिकारियों ने इसकी पुष्टि की है। उन्होंने कहा कि हमारा प्रयास एडवांस स्टेज में पहुंच चुका है।
ग्रीन ऊर्जा की ओर भी कदम : निदेशक
स्टेशन डायरेक्टर आनंद मोहन ने बताया कि हमने पर्यावरण संरक्षण की दिशा में तेजी से कदम बढ़ाया है। प्राकृतिक श्रोत के जरिये भी बिजली की जरूरतें पूरी की जा रही हैं। सोलर प्लांट के जरिये कुल जरूरत की 16 से 18 फीसद ऊर्जा हासिल कर रहे हैं।