Varanasi Cantt Station 27 घंटे की दूरी 62 घंटे में हुई पूरी, रास्ते में यात्री की मौत
62 घंटे के सफर के दौरान मछलीशहर (जौनपुर) निवासी मजदूर ने तोड़ा दम दिया। वाराणसी के कैंट स्टेशन पर औपचारिकता पूरी कर जीआरपी ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा।
वाराणसी, जेएनएन। पैदल ही घर लौट रहे मजदूरों की मजबूरी को देखते हुए रेल प्रशासन ने श्रमिक स्पेशल ट्रेनों का परिचालन शुरू किया लेकिन इस सफर में भी उनको राहत नहीं मिली। लेट-लतीफ चल रही ट्रेनों में सवार यात्री भूख व प्यास से तड़प जा रहे हैं। बनारस के कैंट स्टेशन पर शनिवार की सुबह पहुंची स्पेशल ट्रेन तो लेट-लतीफी में सब्र की हदें ही पार कर दी। मुंबई से बनारस पहुंचने में ट्रेन को 62 घंटे लग गए। इस दौरान एक यात्री की तबीयत बिगड़ी और उसकी मौत हो गई। जीआरपी ने शव का पोस्टमार्टम कराकर परिवारीजन को सौंप दिया।
मृतक यात्री के बेटे रवि यादव व पत्नी तारा देवी का आरोप है कि रेल प्रशासन की लापरवाही से मछली शहर (जौनपुर) निवासी जोखन यादव (45) पुत्र स्व. महाबली यादव की जान गई। वे इंजन से पांचवी बोगी (17226) में सवार थे। 20 मई की शाम 6.58 बजे गाड़ी संख्या- 01803 लोकमान्य तिलक टॢमनल स्टेशन (मुंबई) से चले थे। कटनी (एमपी) के बाद ट्रेन की रफ्तार धीमी होने लगी थी। रास्ते में कुछ भी खाने व पीने को नहीं मिल रहा था। इस मसले पर रेल अफसरों ने यात्री की तबीयत पूर्व में ही खराब होने की जानकारी देते हुए कई सवालों से कन्नी काट ली।
17 घंटे में तय हुई 10 किमी दूरी
मुंबई से चली ट्रेन को वाराणसी से करीब 10 किमी दूर चंदौली के व्यास नगर स्टेशन पहुंचने में 45 घंटे लगे। इसके बाद व्यास नगर से बनारस तक 10 किमी की दूरी तय करने में 17 घंटे लग गए। व्यास नगर तक यात्री ठीक था लेकिन ट्रेन जब बनारस पहुंची तो बोगी में उसका शव मिला।
रात भर यात्री करते रहे हंगामा
ट्रेन को जौनपुर जाना था। व्यासनगर स्टेशन होते हुए ट्रेन को बनारस के रास्ते जौनपुर जाना था। शुक्रवार शाम ट्रेन को व्यासनगर रोक दिया गया। यात्रियों ने हंगामा किया। ट्रेन पर पथराव भी हुए। भीड़ को नियंत्रित करते हुए पं. दीनदयाल उपाध्याय रेलवे स्टेशन भेज दिया गया। वहां भी उसे प्लेटफार्म नहीं मिला तो फिर व्यास नगर भेजा गया। इसी कवायद में रात बीत गई और किसी प्रकार शनिवार की सुबह छह बजे बनारस के कैंट स्टेशन पर ट्रेन पहुंची।
यात्री की तबीयत पहले से खराब थी
यात्री की तबीयत पहले से खराब थी। दिल संबंधित बीमारी होने से आशंका है कि रास्ते में दिल का दौरा पड़ हो। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में मौत की वजह स्पष्ट होगी।
-रवि प्रकाश चतुर्वेदी, एडीआरएम उत्तर रेलवे।