Varanasi Airport : अधिकारी रात भर जाग कर करते रहे मेहनत, यात्रियों की संख्या में डेढ़ लाख का इजाफा
वाराणसी एयरपोर्ट पर आने-जाने वाले विमान यात्रियों की संख्या काफी कम थी लेकिन विमान सेवा प्रारंभ होने के बाद यात्रियों की संख्या में भी तेजी से बढ़ोतरी देखने को मिल रही है। इसी तरह यात्रियों की संख्या बढ़ती रही तो समर सीजन तक यात्रियों की संख्या पहले जैसी हो जायेगी।
वाराणसी [प्रवीण यश] । कोरोना काल के समय लाक डाउन के बाद भले ही वाराणसी एयरपोर्ट पर आने-जाने वाले विमान यात्रियों की संख्या काफी कम थी, लेकिन विमान सेवा प्रारंभ होने के बाद यात्रियों की संख्या में भी तेजी से बढ़ोतरी भी देखने को मिल रही है। अधिकारियों को उम्मीद है कि इसी तरह यात्रियों की संख्या बढ़ती रही तो समर सीजन तक यात्रियों की संख्या पहले जैसी हो जायेगी। अधिकारियों ने बताया कि इस आंकड़े तक पहुंचने में सभी विभागों को कड़ी मेहनत करनी पड़ी। अभी आगे भी तमाम चुनौतियां हैं, जिनकी तैयारी चल रही है। यात्रियों की संख्या में बढ़ोतरी के चलते अधिकारियों में खुशी है।
बता दें कि अभी पिछले दिनों भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण द्वारा अक्टूबर माह में विमानों और यात्रियों के आवागमन की रिपोर्ट जारी की गयी। जारी रिपोर्ट से पता चलता है कि कोरोना काल से पहले यात्रियों के होने वाले आवागमन की अपेक्षा अक्टूबर माह तक वाराणसी एयरपोर्ट करीब 65 फीसदी यात्रियों के आवागमन को रिकवर कर चुका है। अक्टूबर 2019 में 227163 लाख घरेलू यात्रियों का आवागमन हुआ था, जबकि अक्टूबर 2020 में 148292 लाख घरेलू यात्रियों का आवागमन हुआ है। इस रिपोर्ट के माध्यम से यह भी पता चलता है कि लाक डाउन के बाद वाराणसी एयरपोर्ट पर धरातल पर पहुंचा एयर कार्गो कारोबार इसी साल पहले जितनी मात्रा में पहुंच जायेगा। अक्टूबर 2019 में 448 मैट्रिक टन कार्गो का आयात निर्यात हुआ था, वहीं अकटूबर 2020 में 429 मैट्रिक टन कार्गो का आयात निर्यात हुआ। यात्रियों और कार्गो की संख्या में तेजी से हो रहे इजाफा को देखते हुए एयरपोर्ट के अधिकारियों के साथ ही विमानन कंपनियों को भी वाराणसी एयरपोर्ट पर आगामी दिनों में तमाम संभावनाएं दिख रही हैं।
विमानों की संख्या में भी हुआ इजाफा
जारी आंकड़ों के अनुसार मई में 153, जून में 802, जुलाई में 942, अगस्त में 1011, सितम्बर में 1401 और अक्टूबर में 1680 घरेलू विमानों का आवागमन हुआ। वहीं अक्टूबर 2019 में 1878 घरेलू विमानों का आवागमन हुआ था। वर्तमान समय में वाराणसी एयरपोर्ट से मुंबई, दिल्ली, अहमदाबाद, लखनऊ, बेंगलुरू, हैदराबाद, चेन्नई, जयपुर, कोलकाता, पटना आदि शहरों के लिये विमान सेवाएं संचालित हो रही हैं। जिसमें वाराणसी से सर्वाधिक विमान सेवाएं दिल्ली और मुंबई रूट पर संचालित हो रही हैं।
वाराणसी एयरपोर्ट के निदेशक आकाशदीप माथुर ने बताया कि कोरोना के प्रारंभ के समय से लेकर अब तक एयरपोर्ट की टीम, सरकार द्वारा जारी गाईडलान का पालन करते हुए यात्रियों की सुरक्षा और सुविधाओं को ध्यान दे रही है। यात्रियों को इंटरनेट मीडिया और अन्य माध्यमों से वाराणसी एयरपोर्ट से सुरक्षित हवाई यात्रा के बारे में बताया जा रहा है। उन्होंने यह भी बताया कि सरकार द्वारा नयी गाईडलान जारी होने पर वे रात में ही अधिकारियों कर्मचारियों को बुलाकर सभी तैयारियों को पूरा करवा लेते हैं, जिससे सुबह में यात्रियों को किसी प्रकार की समस्या न होने पाये। यात्रियों की संख्या तेजी से बढ़ोतरी होने पर वे एयरलाइंस और एयरपोर्ट के सभी विभागों को इसका श्रेय दे रहे हैं।
स्पाईसजेट के यूपी सेल्स हेड राहुल सिंह ने बताया कि वाराणसी एयरपोर्ट से न केवल वाराणसी बल्कि चंदौली, मिर्जापुर, सोनभद्र, भदोही, जौनपुर, आजमगढ़, मऊ, गाजीपुर, देवरियां के साथ ही बिहार के भी कुछ जनपदों के यात्रियों को भी आवागमन होता है। कोरोना काल के बाद जिस तरह यात्रियों की संख्या पहले के आंकड़ों के करीब पहुंच रही है उससे यह स्पष्ट होता है कि आगामी समय में यात्रियों की संख्या पुराने आंकड़ों को पार कर जायेगी। विमानन क्षेत्र के लिये वाराणसी सेक्टर काफी फायदेमंद साबित होगा।