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Varanasi Airport : अब यात्रियों को नहीं लगानी पड़ेगी लाइन, इन लाइन लगेज एक्सरे सिस्टम शुरू

लाल बाहदुर शास्त्री अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे वाराणसी से हवाई सफर करने वाले यात्रियों को सोमवार से इन लाइन लगेज एक्सरे सिस्टम की सुविधा मिलने लगी।

By Saurabh ChakravartyEdited By: Published: Mon, 29 Jun 2020 06:01 PM (IST)Updated: Mon, 29 Jun 2020 10:14 PM (IST)
Varanasi Airport : अब यात्रियों को नहीं लगानी पड़ेगी लाइन, इन लाइन लगेज एक्सरे सिस्टम शुरू
Varanasi Airport : अब यात्रियों को नहीं लगानी पड़ेगी लाइन, इन लाइन लगेज एक्सरे सिस्टम शुरू

वाराणसी, जेएनएन। लाल बाहदुर शास्त्री अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे से हवाई सफर करने वाले यात्रियों को सोमवार से इन लाइन लगेज एक्सरे सिस्टम की सुविधा मिलने लगी। इससे विमान यात्रियों को यात्रा करना काफी आसान होगा। साथ ही एयरपोर्ट की सुरक्षा व्यवस्था भी पहले से और मजबूत हो जाएगी। इन लाइन लगेज सिस्टम में काम करने के लिए 40 से अधिक कर्मचारियों को नागर विमानन सुरक्षा ब्यूरो (बीसीएएस) के निर्देश पर पूर्व में ही मुख्यालय में ट्रेनिंग दी जा चुकी थी। सोमवार को मंडलायुक्त दीपक अग्रवाल और एयरपोर्ट निदेशक आकाशदीप माथुर ने इसका शुभारंभ किया।

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सुरक्षा होगी मजबूत, यात्रियों का बचेगा समय

अभी तक वाराणसी एयरपोर्ट से हवाई सफर के लिए जाने वाले विमान यात्रियों को अपना लगेज लाइन लगाकर चेक कराना पड़ता था। वहां कई बार यह भी देखा गया है कि बैग में प्रतिबंधित सामान लेकर कुछ यात्री सिक्योरिटी होल्ड एरिया तक भी चले जाते थे। नई व्यवस्था के साथ यात्रियों को लाइन में लगाकर बैग की चेकिंग कराने से मुक्ति मिलेगी। वहीं हवाई यात्रा पहले की भांति और अधिक सुरक्षित हो जाएगी। इन लाइन एक्सरे मशीन से एक मिनट में करीब 30 बैगज एक्सरे होंगे। एक्सरे के दौरान बैग में किसी प्रकार का प्रतिबंधित व विस्फोटक सामान होने पर मशीन बैग को होल्ड कर लेगी। उसके बाद बैग स्वामी के आने पर अधिकारियों के सामने वह बैग खोलकर जांच कर प्रतिबंधित सामान निकाला जाएगा। विस्फोटक सामग्री मिलने पर आवश्यक कार्रवाई होगी।

चार चरणों में होगी जांच

यात्रियों के लगेज की जांच मशीन से चार चरणों में हाेगी। पहले लेवल में हाईस्पीट जांच की जाएगी। इसमें कंप्यूटर और एक्सरे मशीन से जांच होगी। इस दौरान बैग में किसी प्रकार की विस्फोटक सामग्री होने पर उसे तुरंत रोक लिया जाएगा। वहीं, लेवल एक की जांच पूरी होने के बाद लेवल दो में पहुंचने पर कोई तरल पदार्थ, पावर बैंक या संवेदनशील पदार्थ होने पर उस लगेज को रोक लिया जाएगा। उसके बाद लेवल तीन में मशीनों के साथ ही डाग स्क्वायड द्वारा जांच की जाएगी। लेवल तीन में उन्हीं बैग को विधिवत  जांच होगी जिनमें पहले और दूसरे लेवल की जांच में संदिग्ध वस्तुएं मिलने की प्रबल संभावना रहेगी। उसके बाद लेवल चार में पहुंचने पर संवेदनशील सामना या पदार्थ मिलने वाले बैग की उसके स्वामी की मौजूदगी में खोलकर जांच होगी। 

यह लोग थे मौजूद

एसडीएम पिंडरा मणिकंडन ए., सीआइएसफ असिस्टेंट कमांडेंट रवि रंजन, शक्ति त्रिपाठी, रंजीत वर्मा समेत एयरपोर्ट के अधिकारी और कर्मचारी मौजूद थे।

इन लाइन लगेज एक्सरे सिस्टम शुरू कर दिया गया

वाराणसी एयरपोर्ट पर भी मेट्रो एयरपोर्ट की तर्ज पर इन लाइन लगेज एक्सरे सिस्टम शुरू कर दिया गया है। इससे विमान यात्रियों का समय बचने के साथ सुरक्षा व्यवस्था और मजबूत होगी।

-आकाशदीप, निदेशक वाराणसी एयरपोर्ट।


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