Varanasi में वैक्सीन स्टोर चौकघाट में आज इंस्टाल होंगी तीन आइएलआर मशीनें, 2205 वायल की रखने की क्षमता
कोरोना वैक्सीन आने के बाद जिले में एक बार में दस डोज वाले 6615 वायल सुरक्षित रखे जा सकेंगे। वाराणसी चौकाघाट स्थित वैक्सीन स्टोर में इसके लिए तीन आइएलआर (आइस लाइंड रेफ्रिजरेटर) इंस्टाल की जाएंगी। प्रत्येक की क्षमता 160 लीटर है। एक आइएलआर में 2205 वायल रखने की क्षमता है।
वाराणसी, जेएनएन। कोरोना वैक्सीन आने के बाद जिले में एक बार में दस डोज वाले 6615 वायल सुरक्षित रखे जा सकेंगे। चौकाघाट स्थित वैक्सीन स्टोर में इसके लिए तीन आइएलआर (आइस लाइंड रेफ्रिजरेटर) इंस्टाल की जाएंगी। प्रत्येक की क्षमता 160 लीटर है। एक आइएलआर में 2205 वायल रखने की क्षमता है। प्रभारी सीएमओ डा. एके मौर्य के मुताबिक चार जनवरी को मशीनें इंस्टाल कर दी जाएंगी।
कोरोना टीकाकरण को लेकर एक ओर जहां ड्राई रन की तैयारी कर ली गई है तो वहीं वैक्सीन रखने के लिए स्टोर का निर्माण कार्य भी पूरा हो चला है। ड्राई रन के बाद वैक्सीन आने की संभावना है। वैक्सीन की वायल चार डोज की होगी या पांच या फिर दस डोज की, अभी स्पष्ट नहीं है। फिर भी यदि दस डोज की वायल आती है तो स्टोर में 2205 वायल के हिसाब से तीन आइएलआर में कुल 6615 वायल एक बार में सुरक्षित रखी जा सकेंगी। ज्ञात हो कि कोरोना वैक्सीन स्टोर बनाने के लिए 10.66 लाख रुपये का बजट पास हुआ था। इससे अर्बन सीएचसी में 500 वर्ग फीट का स्टोर तैयार हो चुका है। इसमें 100 वर्ग फीट का ड्राई क्षेत्र बनाया गया है, जहां स्वास्थ्यकर्मियों के रुकने-बैठने की व्यवस्था है। वहीं 400 वर्ग फीट का वेटिंग क्षेत्र होगा, जहां आइएलआर रखे जाएंगे। इसी में कोरोना वैक्सीन सुरक्षित रखी जाएगी।
ड्राई रन से पहले यहां आइएलआर मशीनें इंस्टाल कर दी जाएंगी
चौकाघाट अर्बन पीएचसी में कोरोना वैक्सीन स्टोर तैयार है। ड्राई रन से पहले यहां आइएलआर मशीनें इंस्टाल कर दी जाएंगी।
- डा. एके मौर्य, प्रभारी सीएमओ-वाराणसी।
छह स्थानों पर कल होगा कोरोना वैक्सीन का ड्राई रन
लोगों को चरणबद्ध तरीके से जल्द ही कोरोना के टीके लगाए जाएंगे। इस कवायद के क्रम में मंगलवार, पांच जनवरी को जिले में कोविड-19 टीकाकरण का ड्राई रन यानी पूर्वाभ्यास होगा। तैयारियों को लेकर प्रभारी सीएमओ डा. एके मौर्य की अध्यक्षता में रविवार को दुर्गाकुंड स्थित सीएमओ कार्यालय सभागार में महकमे की अहम बैठक हुई। इसमें न केवल ड्राइ रन के लिए स्थान निर्धारित किए गए, बल्कि स्वास्थ्य कर्मियों को जिम्मेदारियां सौंपी गईं।