वाराणसी में पीएचडी चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री में भारतीय अर्थव्यवस्था काे लेकर हुआ मंथन
वाराणसी में फाइनेंसिंग एमएसएमई - भारतीय अर्थव्यवस्था के विकास इंजन विषय पर एक संगोष्ठी का आयोजन किया।
वाराणसी, जेएनएन। पीएचडी चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री के उत्तर प्रदेश चैप्टर ने पीएचडी - केएएस (कोनराड एडेनॉयर स्टिफ्टंग) के सहयोग से होटल रेडिसन, वाराणसी में फाइनेंसिंग एमएसएमई - भारतीय अर्थव्यवस्था के विकास इंजन विषय पर एक संगोष्ठी का आयोजन किया। सेमिनार का लक्ष्य केंद्र और राज्य सरकार की विभिन्न योजनाओं और नीतियों का प्रसार करना साथ ही यूपी में एमएसएमई, स्टार्ट-अप और कारीगरों के लिए उपलब्ध सुविधाओं के वित्तपोषण के लिए विभिन्न क्रेडिट सुविधाओं, दिशानिर्देशों और प्रक्रियाओं के बारे में चर्चा करना था।
इस दौरान अनुराधा गोयल, स्थानीय निदेशक, पीएचडी चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री, यूपी चैप्टर ने मुख्य अतिथि, गणमान्य व्यक्तियों और संगोष्ठी के प्रतिभागियों का स्वागत किया। उन्होंने बताया कि उभरती चुनौतियों और वैश्विक आउटरीच को मजबूत करने की आवश्यकता के कारण, एमएसएमई क्षेत्र के लिए अधिक प्रतिस्पर्धा का प्रदर्शन करना और मूल्य श्रृंखला के साथ रणनीतिक रूप से खुद को स्थिति में लाना अनिवार्य हो गया है।
जबकि उमेश कुमार सिंह, संयुत्त आयुक्त, डीआइसी, वाराणसी ने अपने प्रोत्साहन के लिए राज्य सरकार की विभिन्न योजनाओं पर एमएसएमई को अवगत कराया और उद्योग के सदस्यों के मुद्दों और प्रश्नों को संबोधित किया। एमएसएमई विकास संस्थान के उप निदेशक वीके वर्मा ने एमएसएमई मंत्रालय द्वारा विस्तारित विभिन्न राजकोषीय प्रोत्साहन और समर्थन के बारे में जानकारी दी।
राजीव गुप्ता, वरिष्ठ प्रबंधक, पंजाब नेशनल बैंक, वाराणसी ने एमएसएमई को सेवाएं और ऋण देने के लिए नीतिगत दिशानिर्देशों के बारे में जानकारी साझा की। उन्होंने यह भी बताया कि बैंक का उद्देश्य एमएसएमई की सभी व्यावसायिक आवश्यकताओं के लिए सम्पूर्ण सहायता प्रदान करना है। वहीं राजेश खंडेलवाल, शाखा प्रभारी, सिडबी वाराणसी ने एमएसएमई क्षेत्र के संवर्धन के लिए सिडबी की विभिन्न पहल पर एक प्रस्तुति दी। सेमिनार में 70 से अधिक लोगों ने भाग लिया।