कभी माफियाराज, गुंडागर्दी, भ्रष्टाचार और अपराध के लिए बदनाम रहा यूपी अब प्रगति के पथ पर अग्रसर
Yogi Sarkar भविष्य उत्तर प्रदेश का ही है। योगी सरकार ने अपने दूसरे कार्यकाल के छह माह पूरे कर लिए हैं। संकल्प से समृद्धि की यह यात्रा मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की दूरदर्शी नीतियों और सामूहिक परिश्रम का परिणाम है
गिरीश चन्द्र त्रिपाठी। ‘अमेरिका की सड़कें इसलिए अच्छी नहीं क्योंकि अमेरिका अमीर है, अमेरिका अमीर इसलिए है, क्योंकि इसकी सड़कें अच्छी हैं’, अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति जान एफ कैनेडी का यह कथन वर्तमान में योगी शासनकाल में उत्तर प्रदेश के लिए फिट बैठता है। जिस राज्य के बारे में कभी कहा जाता था कि जहां से टूटी-फूटी और गड्ढे वाली सड़कें शुरू हो जाएं, समझ लेना यूपी आ गया है।
आज वही उत्तर प्रदेश एक्सप्रेस-वे के जाल बुन रहा है। कभी माफियाराज, गुंडागर्दी, भ्रष्टाचार और अपराध के लिए बदनाम रहा प्रदेश अब ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट का नेतृत्व करने वाला राज्य बनेगा। दुनियाभर के निवेशकों की पहली पसंद बनेगा। आज यूपी से माफिया साफ हो रहे हैं, महिलाओं की ताकत बढ़ रही है और विकास पर लोगों का नजरिया बदल चुका है । योगी सरकार ने अपने दूसरे कार्यकाल के छह महीने पूरे कर लिए हैं।
उत्तर प्रदेश एक्सप्रेस-वे के जाल बुन रहा
संकल्प से समृद्धि की यह यात्रा राज्य के मुखिया योगी आदित्यनाथ की दूरदर्शी नीतियों और उस पर किए गए सामूहिक परिश्रम का ही परिणाम है। सड़कें और बुनियादी ढांचा ही वो पहली सीढ़ी हैं जिनसे विकास की यात्रा शुरू होती है। योगी आदित्यनाथ ने सबसे पहले इसी पर ध्यान केंद्रित किया, जिसका परिणाम है कि आज प्रदेश में 10 हजार किलोमीटर से भी ज्यादा सड़कें गड्ढामुक्त हो चुकी हैं। इसके अलावा, तीन हजार किमी मार्ग को पूरी तरह से नए रूप में विकसित किया जा चुका है। यह मामूली उपलब्धि नहीं है। चाहे बात पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे की हो या बुंदेलखंड एक्सप्रेस-वे की, उत्तर प्रदेश सुदृढ़ सड़कों के मामले में आज देश का अग्रणी राज्य बन चुका है। इसके अलावा गोरखपुर पूर्वांचल लिंक एक्सप्रेस-वे, मेरठ से प्रयागराज तक बन रहे लगभग 600 किमी लंबे गंगा एक्सप्रेस-वे का निर्माण कार्य भी गतिशील है।
एक्सप्रेस-वे के जाल ने न केवल यात्राओं को सुगम और तेज बनाया है, बल्कि इन द्रुत मार्गों के दोनों ओर विकसित किए जा रहे औद्योगिक क्षेत्र विकास को भी गति देने लगे हैं। बरेली के बहेड़ी में बन रहा ढाई सौ एकड़ क्षेत्र में मेगा फूड पार्क हो या फिर नोएडा में एक हजार एकड़ भूमि पर निर्माणाधीन अंतरराष्ट्रीय फिल्म सिटी। इन जैसी अनगिनत अवस्थापनाएं ही नये उत्तर प्रदेश की आकांक्षाओं को नया आकाश प्रदान कर रही हैं। हम इस सच्चाई से इनकार नहीं कर सकते कि स्वतंत्रता प्राप्ति के बाद से उत्तर प्रदेश आधारभूत संरचनाओं के निर्माण के मामले में पिछड़ता ही चला गया, मगर आज मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में प्रदेश के आधारभूत ढांचे के विकास के क्षेत्र में किए गए आमूलचूल परिवर्तनों ने यूपी की विकास यात्रा को नई संभावनाओं से भर दिया है।
एयर कनेक्टिविटी का जाल बिछाया जा रहा
आज उत्तर प्रदेश में औद्योगिक क्षेत्रों के आधारभूत ढांचे को सुदृढ़ बनाने के लिए अटल इंडस्ट्रियल इंफ्रास्ट्रक्चर मिशन शुरू है। यमुना एक्सप्रेस-वे इंडस्ट्रियल डेवलपमेंट अथारिटी की ओर से मेडिकल डिवाइस पार्क की स्थापना का कार्य चल रहा है। नोएडा में आर्टिफिशियल इंटेलिजेन्स तथा मशीन लर्निंग क्षेत्र में सेंटर आफ एक्सीलेंस को क्रियाशील किया गया है। उद्योगों की सुगमता के लिए 241 रेगुलेटरी कम्प्लायंस बर्डन को कम किया गया है। ‘ईज आफ डूइंग बिजनेस’ में उत्तर प्रदेश अचीवर्स स्टेट बनकर उभरा है। प्रदेश में एयर कनेक्टिविटी का जाल बिछाया जा रहा है। उत्तर प्रदेश का देश का एकमात्र राज्य है जहां पांच अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डे हैं।
यूपी में बन रहे जेवर और अयोध्या के इंटरनेशनल एयरपोर्ट की चर्चा अंतरराष्ट्रीय स्तर पर हो रही है। रीजनल कनेक्टिविटी स्कीम के अंतर्गत चयनित पांच एयरपोर्ट अलीगढ़, आजमगढ़, चित्रकूट, म्योरपुर (सोनभद्र) व श्रावस्ती को भी विकसित किया जा रहा है। देश में पहली बार किसी राज्य की सरकार ने अपने प्रदेश को एक ट्रिलियन डालर की आर्थिकी वाला राज्य बनाने का संकल्प लिया है। जनवरी में आयोजित होने वाला ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट-23 प्रदेश के इस संकल्प की सिद्धि के लिए सबसे अहम पड़ाव है। 10 लाख करोड़ रुपये के निवेश के संकल्प को धरातल पर उतारने के लिए योगी सरकार का पूरा ध्यान इंफ्रास्ट्रक्चर सेक्टर के ग्रोथ पर है। सीएम योगी की प्रभावी नीतियों के कारण प्रदेश में बीते छह माह में ही 55 कंपनियों से 45 हजार करोड़ रुपये के निवेश प्रस्ताव आ चुके हैं।
आज यूपी की ग्रोथ रेट बढ़ रही
आज योगी सरकार नीदरलैंड, कनाडा, अमेरिका और जापान के साथ साथ दुबई चेंबर आफ कामर्स, अमेरिकन चेंबर्स आफ कामर्स इन इंडिया और यूएस इंडिया स्ट्रेटजिक पार्टनरशिप फोरम के साथ मिलकर नए उत्तर प्रदेश की सुनहरी इबारत लिखने जा रही है। पिछले पांच वर्षों में सबसे ज्यादा निवेश आईटी और इलेक्ट्रानिक्स सेक्टर में हुआ है। इंफ्रास्ट्रक्चर और हाउसिंग, मैन्यूफैक्चरिंग, कृषि और उससे जुड़े उद्योग, सौर ऊर्जा, टेक्सटाइल, हेल्थ केयर और फार्मास्यूटिकल्स, डिफेंस और एयरोस्पेस और वेयर हाउसिंग एंड लाजिस्टिक्स में हजारों करोड़ का निवेश उत्तर प्रदेश में रोजगार के अवसरों के साथ साथ प्रदेश को दुनिया के अकल्पनीय क्षेत्रों में स्थापित कर देगा। यही वजह है कि आज यूपी की ग्रोथ रेट बढ़ रही है और बेरोजगारी दर घटकर तीन प्रतिशत से भी नीचे आ चुकी है। विकास की संभावनाओं के जो द्वार योगी सरकार ने अपने पहले कार्यकाल के पांच साल में खोले थे, दूसरे कार्यकाल में उत्तर प्रदेश अब उन दरवाजों के पार तेज गति से दौड़ता दिख रहा है। भविष्य उत्तर प्रदेश का ही है।
योगी सरकार ने अपने दूसरे कार्यकाल के छह माह पूरे कर लिए हैं। संकल्प से समृद्धि की यह यात्रा मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की दूरदर्शी नीतियों और सामूहिक परिश्रम का परिणाम है
[पूर्व कुलपति, बीएचयू]