यूपी विधानसभा चुनाव 2022 : समाजवादी पार्टी ने पुराने चेहरों को मैदान में उतारकर बिछाई बिसात, समीकरण नए
UP Vidhan Sabha Chunav 2022 समाजवादी पार्टी ने पुराने चेहरों को मैदान में उतारकर तीन सीटों पर चुनावी बिसात बिछा दी है। इस बार चेहरे भले ही पुराने हें लेकिन समीकरण नए हैं। कुल मिलाकर इस बार का चुनावी जंग रोमांचक होगी।
जागरण संवाददाता, बलिया : विधानसभा चुनाव 2022 में समाजवादी पार्टी ने पुराने चेहरों को मैदान में उतारकर तीन सीटों पर चुनावी बिसात बिछा दी है। इस बार चेहरे भले ही पुराने हें लेकिन समीकरण नए हैं। कुलमिलाकर जंग रोमांचक होगी। फेफना विधानसभा क्षेत्र में इस बार राजनीतिक समीकरण काफी बदल गए हैं। वहीं बांसडीह में फिर कांटे की टक्कर के आसार बनने लगे हैं। तीसरी सीट सिकंदरपुर की सियासत को भांपना अभी आसान नहीं है।
बांसडीह में सबसे कम था हार-जीत का अंतर
वर्ष 2017 के चुनाव में बांसडीह विधानसभा क्षेत्र में हार-जीत का अंतर जनपद में सबसे कम था। रामगोविंद चौधरी 1579 मतों से विजयी हुए थे। इस सीट की चुनावी जंग सबसे रोचक थी। इस बार पार्टी ने फिर उन पर भरोसा जताते हुए एक तीर से दो निशाने साधने की कोशिश की है। रामगोविंद विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष हैं। जनपद की अन्य सीटों के अलावा पूर्वांचल में भी उन्हें बड़े चेहरे के रूप में दिखाने का प्रयास किया जा रहा है।
2017 में बांसडीह का चुनाव परिणाम
सपा - रामगोविंद चौधरी - 50855
निर्दल - केतकी सिंह - 49276
भाजपा-सुभासपा - अरविंद राजभर - 40150
फेफना में सपा में दो फाड़ के बाद बदल गई थी तस्वीर
फेफना विधानसभा में पिछली बार अलग ही नजारा देखने को मिला था। सपा में टकराव के बाद दो फाड़ होने के बाद पूर्व मंत्री अंबिका चौधरी ने बसपा का दामन थाम लिया। वहीं सपा ने संग्राम सिंह यादव को उम्मीदवारी दे दी। भाजपा के उपेंद्र तिवारी लगातार दोबारा इस सीट से विजयी हुए। इस बार अंबिका फिर से सपा के साथ हो गए हैं। जिला पंचायत अध्यक्ष पद पर उनके बेटे आनंद चौधरी को सपा ने उम्मीदवार बनाया। वे चुनाव जीत भी गए। इसके साथ ही उनकी सपा में घर वापसी हो गई।
2017 में फेफना का चुनाव परिणाम
भाजपा - उपेंद्र तिवारी - 70588
बसपा - अंबिका चौधरी - 52691
सपा - संग्राम सिंह यादव - 50016
सिकंदरपुर में गढ़ वापस पाने की चाहत
सिकंदरपुर विधानसभा क्षेत्र में कभी गुलाबों की महक गमकती थी। यहां वर्ष 2017 के चुनाव में इस सीट पर भाजपा से संजय यादव पहली बार किस्मत आजमा रहे थे। उनके सामने सपा के पूर्व मंत्री जियाउद्दीन रिजवी थे। यह क्षेत्र सपा का गढ़ माना जाता था। चुनाव परिणाम आने पर संजय सिकंदर बने। बसपा के राजनारायण यादव तीसरे नंबर पर थे। जातिगत हिसाब से देखें तो यहां सभी जाति के लोग हैं। ऐसे में जातीय समीकरण भी यहां खास मायने रखता है। पूर्व मंत्री जियाउद्दीन रिजवी को सपा ने फिर से उम्मीदवारी देकर गढ़ वापस पाने की कोशिश की है।
2017 में सिकंदरपुर का चुनाव परिणाम
भाजपा - संजय यादव - 69536
सपा - जियाउद्दीन रिजवी - 45988
बसपा - राजनारायन यादव - 34968