डीएचई ने मॉडल के तौर पर जांचीं यूपी बोर्ड के हाईस्कूल व इंटरमीडिएट परीक्षा की कापियां
शिक्षकों का आंदोलन खत्म होते ही रविवार से जनपद के तीनों केंद्रों पर यूपी बोर्ड के हाईस्कूल व इंटरमीडिएट परीक्षा की कापियों का मूल्यांकन शुरू हो गया।
वाराणसी, जेएनएन। शिक्षकों का आंदोलन खत्म होते ही रविवार से जनपद के तीनों केंद्रों पर यूपी बोर्ड के हाईस्कूल व इंटरमीडिएट परीक्षा की कापियों का मूल्यांकन शुरू हो गया। पहले दिन मॉडल के तौर पर उप प्रधान परीक्षकों (डीएचई) ने कापी जांची। उन्होंने परीक्षकों को कापी जांचने का तौर तरीका बताया। साथ ही बोर्ड के निर्देश भी पढ़कर सुनाए।
बोर्ड ने कापियों का मूल्यांकन आठ मार्च से ही कराने का निर्देश दिया था। वहीं विभिन्न मांगों को लेकर उप्र माध्यमिक शिक्षक संघ (चेत नारायण गुट व पांडेय गुट) मूल्यांकन के बहिष्कार पर थे। डिप्टी सीएम डा. दिनेश शर्मा के संघ वार्ता के बाद शिक्षक मूल्यांकन पर लौट आए। दूसरी ओर उप्र माध्यमिक शिक्षा सेवा चयन बोर्ड प्रशिक्षित स्नातक (टीजीटी) की परीक्षा के चलते भी दो दिन जनपद में मूल्यांकन प्रभावित रहा। बहरहाल पहले दिन तीनों केंद्रों पर करीब पचास फीसद ही परीक्षक पहुंचे थे। इसके बावजूद तीनों केंद्रों पर रविवार को 4964 कापियों का मूल्यांकन हुआ। सोमवार से मूल्यांकन में रफ्तार पकडऩे की उम्मीद है।
राजकीय क्वींस इंटर कालेज के प्रधानाचार्य/उप नियंत्रक डा. राजेश सिंह यादव व सह उप नियंत्रक रमाशंकर यादव ने बताया कि 91 डीएचई में से 26 व 834 परीक्षकों में से 450 परीक्षक उपस्थित रहे। महाबोधि इंटर कालेज (सारनाथ) केंद्र के प्रधानाचार्य/उप नियंत्रक डा. बेनी माधव व सह उप नियंत्रक प्रवीण श्रीवास्तव के मुताबिक 1228 कापियों का मूल्यांकन हुआ। वही प्रभु नारायण राजकीय इंटर कालेज (रामनगर) केंद्र के प्रधनार्चा/उप नियंत्रक राम चंद्र यादव व सह उप नियंत्रक मनोज ने बताया कि पहले दिन करीब 100 कापियों का ही मूल्यांकन हो सका।
क्षमता से अघिक आवंटन : प्रभु नारायण राजकीय इंटर कालेज के केंद्र पर क्षमता से अधिक कापियों का आवंटन कर दिया गया है। ऐसे में इस केंद्र में समय से मूल्यांकन खत्म होने की संभावना कम हैं। मूल्यांकन के तीनों केंद्रों पर बोर्ड ने 250 डीएचई व 2389 परीक्षक नियुक्त किया है।