सोनभद्र में 85 किमी दूर बना दिए यूपी बोर्ड परीक्षा केंद्र, बोर्ड परीक्षा के लिए परिषद से बनाए गए हैं 72 केंद्र
फरवरी 2020 में माध्यमिक शिक्षा परिषद के हाईस्कूल एवं इंटरमीडिएट की परीक्षा होनी है इस परीक्षा को लेकर तैयारी तेजी से चल रही है।
सोनभद्र, जेएनएन। फरवरी, 2020 में माध्यमिक शिक्षा परिषद के हाईस्कूल एवं इंटरमीडिएट की परीक्षा होनी है। इस परीक्षा को लेकर तैयारी तेजी से चल रही है। इस बार परिषद स्तर से परीक्षा केंद्रों का निर्धारण किया गया है। जिले में कुल 196 स्कूलों के बच्चों की परीक्षा के लिए 72 केंद्र बनाए गए हैं। इनमें इतनी गलतियां हैं कि आपत्तियों की भरमार है। महज दो दिन में ही 25 शिकायत जिला विद्यालय निरीक्षक कार्यालय में आ गई। अभी एक दिन और बचे हैं आपत्ति देने के लिए। यहां ज्यादातर शिकायत परीक्षा केंद्र दूर बनने की है। कई स्कूलों का केंद्र तो 80 से 85 किलोमीटर दूर तक बना दिया गया है। हालांकि इन आपत्तियों के निस्तारण के दौरान उम्मीद है कि केंद्र नजदीक कर लिए जाएंगे।
जिला विद्यालय निरीक्षक कार्यालय के सूत्रों की मानें तो माध्यमिक शिक्षा परिषद की तरफ से आनलाइन डिटेल मांगी गई थी। सभी स्कूलों के प्रधानाचार्यों ने अपनी-अपनी डिटेल दी। इसके बाद जब परीक्षा केंद्र निर्धारण किया गया तो उसमें कई केंद्र काफी दूर बना दिए गए हैं। कई में तो क्षमता से अधिक बच्चों का केंद्र बना दिया गया। राजकीय हाईस्कूल चकदहिया के बच्चों का परीक्षा केंद्र राजवंशी देवी इंटर कालेज महिउद्दीनपुर कोन में बनाया गया है। इस पर यहां के प्रधानाचार्य ने आपत्ति जताया है। कहा है कि केंद्र 85 किलोमीटर की दूरी पर है। इसी तरह राजकीय हाईस्कूल जुगैल का भी केंद्र वहां से 80 किलोमीटर दूर पुरना घोरावल में बना दिया गया। राजवंशी देवी इंटर कालेज में औसत से ज्यादा परीक्षार्थियों का केंद्र बनाया गया है। यहां के प्रधानाचार्य ने डीआइओएस कार्यालय में आपत्ति दी है। कहा है कि महज चार सौ की क्षमता है और केंद्र बना दिया गया है 732 बच्चों के लिए।
कई तरह की हैं आपत्तियां
माध्यमिक शिक्षा परिषद के परीक्षा केंद्रों को लेकर कई तरह की आपत्तियां आ रही हैं। 13 व 14 यानी दो दिनों में 25 आपत्तियां आईं। इसमें कहीं परीक्षा केंद्र दूर होने तो कहीं लड़कियों के लिए केंद्र दूर होने की शिकायत दर्ज करायी गई है। कुछ ने केंद्र न बनाए जाने का अनुरोध किया है तो कुछ ने केंद्र की क्षमता कम करने का अनुरोध किया है। यहां 16 नवंबर तक आपत्ति दी जानी है। यानी आपत्तियों की संख्या और बढऩे की आशंका है।
नजदीक के स्कूल हो सकते हैं केंद्र
जिस तरह से परीक्षा केंद्र बनाए गए हैं उनमें कई खामियां हैं। नाम पर प्रकाशित करने की शर्त पर कुछ स्कूलों के प्रधानाचार्यों ने बताया कि आनलाइन डिटेल लेते समय अपने स्कूल से नजदीकी स्कूलों का कोड मांगा गया। उसमें पांच किलोमीटर से लेकर 15-20 किलोमीटर तक की दूरी दर्शायी गई। अब राजकीय हाईस्कूल जुगैल को ही ले लिया जाए। इस स्कूल की तरफ से रेल कर्मचारी इंटर कालेज चोपन का भी विकल्प था। जहां की दूरी करीब साढ़े 18 किमी है लेकिन, इसे केंद्र न बनाकर दूर बना दिया गया। अगर आपत्ति का निस्तारण नहीं हुआ तो बच्चों को दिक्कत होगी।
बोले अधिकारी : अभी तो केंद्र बने हैं वह पूरी तरह से फाइनल नहीं हैं। 16 नवंबर तक आपत्ति मांगी गई है। जो आपत्तियां आएंगी उनका निस्तारण किया जाएगा। वाकई अगर केंद्र दूर बने हैं तो उसे नजदीक कराया जाएगा।
- फूलचंद्र यादव, डीआइओएस, सोनभद्र।