यूजीसी ने दिया निर्देश, नव प्रवेशी छात्रों का झिझक मिटाएगा दीक्षारंभ
विश्वविद्यालय व महाविद्यालयों में पहली बार कदम रखने वाले छात्र अपने आप को असहज महसूस करते हैं। उन्हें नए माहौल में ढलने में काफी समय लग जाता है।
वाराणसी, जेएनएन। विश्वविद्यालय व महाविद्यालयों में पहली बार कदम रखने वाले छात्र अपने आप को असहज महसूस करते हैं। उन्हें नए माहौल में ढलने में काफी समय लग जाता है। इसे देखते हुए यूजीसी ने उच्च शैक्षिक संस्थानों को नए छात्रों के लिए दीक्षारंभ नामक इंडक्शन प्रोग्राम आयोजित करने का निर्देश दिया है ताकि उनका झिझक मिट सके और वह नए माहौल में अपने को समायोजित कर सकें।
दीक्षारंभ का उद्देश्य प्रतिस्पर्धात्मक दुनिया का सामना करने के लिए छात्रों को सशक्त बनाना है। साथ ही नवप्रवेशी छात्रों में आत्मविश्वास व जोश भरना है। सत्य आचरण, प्रेम, अङ्क्षहसा शांति जैसे सार्वभौमिक मानव मूल्यों की स्थापना कर विद्यार्थियों के जीवन चरित्र निर्माण विकसित किया जा सके। संस्थान के लोकाचार व संस्कृति से भी नए प्रवेशी छात्रों को अवगत कराया जा सके ताकि वह उच्च शैक्षिक संस्थानों के नए माहौल में अपने को आसानी से ढाल सके। कुल मिलाकर इंडक्शन प्रोग्राम का मुख्य उद्देश्य नव प्रवेशी छात्रों का मार्गदर्शन करना है। यूजीसी ने उच्च शैक्षिक संस्थानों से पठन-पाठन शुरू होने से पहले दीक्षारंभ नामक इंडक्शन प्रोग्राम करने का निर्देश दिया है।