लखनऊ और काशी को जोड़ेगी 'उड़ान', एयरपोर्ट अथॉरिटी ने विमानन कंपनियों से मांगा प्रस्ताव
वाराणसी में नागरिक उड्डयन मंत्रालय की महत्वकांक्षी उड़ान योजना के तहत प्रदेश के बड़े शहरों को जोड़ने की योजना है।
वाराणसी, जेएनएन। नागरिक उड्डयन मंत्रालय की महत्वकांक्षी उड़ान योजना के तहत प्रदेश के बड़े शहरों को जोड़ने की योजना है। इनमें प्रथम चरण में कानपुर, प्रयागराज, बरेली और अन्य हवाई अड्डों को विकसित कर अब उन पर विमान सेवा आरंभ करने का इरादा है। इसके तहत अध्यात्म की नगरी काशी और राजधानी लखनऊ के बीच फ्लाइट शुरू करने का खाका दिल्ली मुख्यालय में खींचा गया है। एयरपोर्ट अथॉरिटी आफ इंडिया ने विमानन सेवा प्रदाता कंपनियों से कई शहरों के बीच विमान सेवा आरंभ करने के लिए प्रस्ताव मांगा है। इसमें वाराणसी से लखनऊ, लखनऊ से वाराणसी की 244 किलोमीटर की हवाई दूरी और कानपुर से वाराणसी और वाराणसी से कानपुर के बीच 307 किलोमीटर की हवाई दूरी के लिए उड़ान का प्रस्ताव भी शामिल है। इसके लिए सभी विमानन कंपनियों से 23 फरवरी तक प्रस्ताव मांगे गए। अगर सब कुछ ठीक रहा तो 27 फरवरी को अथॉरिटी फ्लाइट आपरेटर कंपनी को तय कर दो माह में इन रूटों पर उड़ान सेवा को हरी झंडी दिखाई जा सकती है। वाराणसी पर्यटन से जुड़ा विशिष्ट क्षेत्र है ऐसे में उड़ान योजना को बल मिला तो विदेशी पर्यटकों के लिए भी काफी सहूलियत होगी। वहीं इस सेवा के लिए विशेष तैयारी की जा रही है और जल्दी ही इसका लाभ भी मिलेगा। कुल मिलाकर उड़ान सेवा के शुरू हो जाने से जनता को काफी सहूलियत और राहत मिल जाएगी। इस योजना पर एयरपोर्ट अथॉरिटी आफ इंडिया मुख्यालय स्तर पर कार्य किया जा रहा है, नई फ्लाइटों के परिचालन के लिए लाल बहादुर शास्त्री हवाई अड्डा तैयार है।
-अनिल कुमार राय, निदेशक, लाल बहादुर शास्त्री हवाई अड्डा।