बाढ़ के पानी में डूबने से दो युवकों की मौत, गंगा व घाघरा की बेखौफ लहरों से लोगों में दहशत
नदियों के जलस्तर में हो रही वृद्धि से जहां इलाकाई लोगों में दहशत व्याप्त है वहीं पानी में डूबने से मौत की घटनाएं आम हो गई हैं।
बलिया, जेएनएन। गंगा व घाघरा की बेखौफ लहरों का तांडव बदस्तूर जारी है। इन नदियों के जलस्तर में हो रही वृद्धि से जहां इलाकाई लोगों में दहशत व्याप्त है वहीं पानी में डूबने से मौत की घटनाएं आम हो गई हैं। कहीं बाढ़ का कहर देखते कोई लहरों के आगोश में समा रहा है तो कोई रोजमर्रा का काम निपटाने के दौरान बाढ़ की चपेट में आकर जान गवां रहा है। जिले के दो अलग-अलग क्षेत्रों में बुधवार को बाढ़ में डूबने से दो लोगों की मौत हो गई वहीं बांसडीह में बाढ़ के पानी में अज्ञात शव मिलने से सनसनी फैल गई। सूचना पर पहुंची पुलिस ने लाशों को कब्जे में ले लिया।
बैरिया थाना क्षेत्र के शुभनथही गांव निवासी आशीष वर्मा (18) पुत्र उमेश वर्मा की बुधवार को बीएसटी बंधा के बाहर गांव के सामने बाढ़ के पानी में डूबने से मौत हो गई। ग्रामीणों ने काफी मसक्कत के बाद मृतक के शव को बाहर निकाला। प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि आशीष मवेशियों के लिए चारा काटने के लिए बाढ़ का पानी पार कर खेत जा रहा था। उसी दौरान वह तेज धारा की चपेट में आ गया और डूब गया। घटना के बाद परिजनों में कोहराम मच गया। ग्रामीणों ने आशीष को बाढ़ के पानी से बाहर निकलकर सीएचसी सोनबरसा पहुंचाया जहां चिकित्सकों ने मृत घोषित कर दिया।
फेफना थाना क्षेत्र के चेरुईयां बघड़ा के मठिया गांव के पास तमसा नदी में डूबने से कमलेश कन्नौजिया (26) की मौत हो गई। इसकी खबर लगते ही परिवार में कोहराम मच गया। सूचना पर पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्मार्टम के लिए जिला अस्पताल भेज दिया। कमलेश दोपहर को गांव से सटे तमसा नदी के बढ़ते जलस्तर को देखने गया था। उसी दौरान वह किसी प्रकार नदी में डूब गया। उधर बहुत देर तक घर वापस न आने पर परिजनों ने खोजबीन शुरु कर दी लेकिन कहीं पता नहीं चला। शाम को नदी में तैरते शव को देखकर युवाओं के होश उड़ गए। ग्रामीणों ने काफी प्रयास के बाद शव को किनारे किया। कमलेश की मौत की वजह कटान या मिट्टी धंसने माना जा रहा है।