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श्रीकाशी विश्वनाथ कारिडोर सहित बाबा दरबार की सुरक्षा में तैनात होंगे दो हजार जवान

57 हजार घन फीट कारिडोर को दो जोन में बांटकर प्रत्येक जोन में 10-10 सेक्टर बनाए जाएंगे। हर सेक्टर के कमांडिग अफसर होंगे। प्रदेश सरकार के गृह विभाग की अनुमति मिलते ही सुरक्षा की नई कार्ययोजना को लागू कर दिया जाएगा।

By Abhishek SharmaEdited By: Published: Fri, 03 Dec 2021 07:11 PM (IST)Updated: Fri, 03 Dec 2021 07:11 PM (IST)
श्रीकाशी विश्वनाथ कारिडोर सहित बाबा दरबार की सुरक्षा में तैनात होंगे दो हजार जवान
57 हजार घन फीट कारिडोर को दो जोन में बांटकर प्रत्येक जोन में 10-10 सेक्टर बनाए जाएंगे।

वाराणसी, जागरण संवाददाता। श्रीकाशी विश्वनाथ धाम की सुरक्षा व्यवस्था की कार्य योजना में कई नए बिंदु शामिल किए जाएंगे। सुरक्षा में तैनात फोर्स की संख्या बढ़ाकर दो हजार की जाएगी। इनकी तैनाती विभिन्न प्वाइंटों पर की जाएगी। धाम की निगरानी के लिए 175 अत्याधुनिक सीसीटीवी कैमरे लगाए जाएंगे। करीब 57 हजार घन फीट कारिडोर को दो जोन में बांटकर प्रत्येक जोन में 10-10 सेक्टर बनाए जाएंगे। हर सेक्टर के कमांडिग अफसर होंगे। प्रदेश सरकार के गृह विभाग की अनुमति मिलते ही सुरक्षा की नई कार्ययोजना को लागू कर दिया जाएगा।

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गंगा से लगायत धाम का किया निरीक्षण : अपर पुलिस महानिदेशक सुरक्षा बिनोद कुमार सिंह, पुलिस आयुक्त ए. सतीश गणेश, कमिश्नर दीपक अग्रवाल की अगुवाई में काशी विश्वनाथ मंदिर - ज्ञानवापी से जुड़ी स्थायी समिति ने शुक्रवार को सुरक्षा के दृष्टिकोण से अतिसंवेदनशील धाम का निरीक्षण किया। गंगा से लगायत मंदिर तक की सुरक्षा व्यवस्था का परखने के साथ एडीजी ने आवश्यक निर्देश भी दिए। निरीक्षण के उपरांत कमिश्नरी सभागार में अधिकारियों ने बैठक कर सुरक्षा से जुड़े सभी पहुलओं पर गहन मंथन किया।

राउंड द क्लाक उपलब्ध रहेंगी सुविधाएं : इस दौरान तय किया गया कि धाम में इंटीग्रेटेड कमांड व कंट्रोल रूम बनेगा, जहां अत्याधुनिक व आपातकालीन सुविधाओं राउंड द क्लाक उपलब्ध रहेंगी। त्योहारों के दौरान विश्वनाथ धाम की सुरक्षा से जुड़ी महत्वपूर्ण बैठकों के लिए कंट्रोल रूम में ही बड़ा हाल बनाया जाएगा। इस कंट्रोल रूम से ही सभी सीसीटीवी कैमरों की निगरानी की व्यवस्था रहेगी। यह लखनऊ से भी कनेक्ट रहेगा। बाह्य व आंतरिक सुरक्षा घेरे में पुलिस, पीएसी व सीआरपीएफ के सशस्त्र जवानों की टुकड़ी चौबीसों घंटे तैनात रहेगी।

दर्शनार्थियों की सुरक्षा व सुगमता का होगा संतुलन : पुलिस आयुक्त ए. सतीश गणेश ने बताया कि तीर्थ यात्रियों की सुरक्षा, सहूलियत व सुगम दर्शन पर मुख्य फोकस होगा। इस वजह से फोर्स की संख्या बढ़ाने का निर्णय लिया गया है। श्रद्धालुओं को महत्वपूर्ण जानकारियां पब्लिक एड्रेस सिस्टम के जरिए दी जाएंगी। धाम व उसके आसपास के चप्पे चप्पे पर नजर रखने के लिए सीसीटीवी का जाल बिछाएंगे। पुलिस कर्मियों का व्यवहार ऐसा रहेगा कि दर्शनार्थियों को तनिक भी असुविधा नहीं होगी और धाम से एक अच्छे अनुभव के साथ लौटेंगे। सुरक्षाकर्मियों को कमांडो ट्रेनिंग भी दी जाएगी, जो तुरंत मोर्चा संभाल लेंगे। इसके अलावा एंटी ड्रोन डिवाइस लगाने पर भी विचार किया गया। ड्रोन नहीं उड़ाने के लिए जगह-जगह बोर्ड लगाए जाएंगे।

सुरक्षा उपकरणों पर साढ़े पांच करोड़ : श्रीकाशी विश्वनाथ धाम को सुरक्षा उपकरणों से भी लैस किया जा रहा है। इसके लिए साढ़े पांच करोड़ का बजट है। कई उपकरण मंगा भी लिए गए हैं। इन्हें विभिन्न स्थानों पर स्थापित किया जा रहा है। इनमें डोर फ्रेम मेटल डिटेक्टर, हैंड हेल्ड मेटल डिटेक्टर, बैगेज स्केनर आदि शामिल हैं।


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