बिहार के गढ़वा में फर्जी अधिकारी बन योजनाओं की जांच करने पहुंचे चंदाैली के दो व्यक्ति गिरफ्तार
केंद्रीय व राज्यस्तरीय योजनाओं की जांच करने की बात कह बिशुनपुरा प्रखंड के विभिन्न पंचायत में मुखिया व अन्य लोगों से भयादोहन कर रुपये वसूलने के आरोप में पुलिस ने दो लोगों को गिरफ्तार किया है। जिले के कई मुखिया एवं अधिकारियों से संपर्क किया है।
जागरण संवाददाता, चंदौली। केंद्रीय व राज्यस्तरीय योजनाओं की जांच करने की बात कह बिशुनपुरा प्रखंड के विभिन्न पंचायत में मुखिया व अन्य लोगों से भयादोहन कर रुपये वसूलने के आरोप में पुलिस ने दो लोगों को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार दोनों व्यक्ति जयनारायण पाठक, विष्णु सिंह ने खुद को चंदौली, उत्तरप्रदेश का निवासी बताया है। पुलिस ने इनकी होंडा सिटी कार ( यूपी 67पी 8355) को जब्त किया है। इनके पास से मोबाइल, डायरी के साथ समय चक्र टाइम्स बिहार संवाददाता का आइकार्ड भी मिला है। डायरी में गढ़वा जिले के सभी बीडीओ का नंबर,पंचायत की संख्या एव उनका लोकेशन लिखा हुआ है। जानकारी के अनुसार इन लोगो के द्वारा इसके पूर्व रंका एवं रमना बीडीओ के साथ जिले के कई मुखिया एवं अधिकारियों से संपर्क किया है। पुलिस की शुरुआती जांच में उक्त दोनों व्यक्तिों द्वारा जिले के रमना प्रखंड के टंडवा पंचायत के मुखिया गुलाम अली से छह हजार , विशुनपुरा मुखिया से सात हजार तथा डंडाई प्रखंड के सोनेहरा के कूप निमार्ण योजना के लाभुक संतोष यादव से दस हजार रुपये वसूली की जानकारी मिली है।
होंडा सिटी कार का नंबर बाइक का निकला
झारखंड के गढ़वा में जिले के दो व्यक्ति मुखिया व अन्य लोगों से अवैध वसूली करते पकड़े गए हैं। मुख्यालय के वार्ड संख्या 11 बबुरी निवासी जयनारायण पाठक व मद्धूपुर निवासी विष्णु सिंह केंद्रीय व राज्य स्तरीय परियोजनाओं की जांच की बात कहकर गांवों में जाते थे। मुखिया व अन्य लोगों को भय दिखाकर पैसे वसूलने का काम करते थे। शिकायत के बाद पुलिस ने गुरुवार को दोनों को गिरफ्तार कर लिया। उनके पास से होंडा सिटी कार मिली है। कार पर जो नंबर है वह बबुरी निवासी अनिल मौर्या की बाइक का है। अनिल ने इन दोनों से किसी भी तरह का संपर्क होने से साफ इनकार किया है। जयनारायण व विष्णु सिंह झारखंड के गढ़वा जिले में गांव-गांव जाकर केंद्रीय व प्रदेश स्तरीय योजनाओं-परियोजनाओं की जांच की बात कहते थे। इसके नाम पर कार्रवाई का भय दिखाकर मुखिया व अन्य से पैसे की वसूली करते थे। ग्रामीणों के अनुसार विष्णु सिंह की अपने घर के समीप झांसी क्षेत्र में मोबाइल फोन की दुकान है। हालांकि यह कम ही खुलती है। विष्णु अक्सर कभी वाराणसी तो कभी बिहार जाने की बात कहकर घर से गायब रहता है। दोनों आरोपितों के खिलाफ सदर कोतवाली समेत जिले के अन्य थानों में कोई आपराधिक रिकार्ड दर्ज नहीं है। इन दोनों के क्रियाकलापों से स्थानीय पुलिस अनभिज्ञ है। जालसाजों के पास जो होंडा सिटी कार मिली है, उसका नंबर (यूपी 67पी 8355) है। इसकी जांच में पता चला कि यह कार नहीं, बल्कि हटिया निवासी अनिल मौर्या की बाइक का नंबर है। एआरटीओ प्रशासन डाक्टर दिलीप गुप्ता ने बताया कि उक्त नंबर बाइक का है। जालसाजों ने फर्जी नंबर प्लेट लगाई होगी। सदर कोतवाल संजीव मिश्रा ने बताया कि दोनों का कोई आपराधिक रिकार्ड नहीं है।