दो सौ बच्चे ट्रेन में भूखे चले गए, नहीं पहुंचा ट्रेन में समय से पिज्जा, मचा हड़कंप
पाटलिपुत्र एक्सप्रेस से यात्रा कर रहे दो सौ बच्चों के लिए गुरुवार को जंक्शन पर पिज्जा मंगाया गया था। समय से नहीं पहुंचा तो बच्चे भूखे ही गंतव्य को रवाना हो गए।
चंदौली, जेएनएन। पाटलिपुत्र एक्सप्रेस से यात्रा कर रहे दो सौ बच्चों के लिए गुरुवार को जंक्शन पर पिज्जा मंगाया गया था। समय से नहीं पहुंचा तो बच्चे भूखे ही गंतव्य को रवाना हो गए। यात्री ने रेल मंत्री को ट्वीट कर शिकायत की, जीआरपी के एक सिपाही पर पिज्जा वाहन को बेवजह जंक्शन के बाहर रोकने का आरोप लगाया। बहरहाल मामले की जांच शुरू कर दी गई है। सीसी टीवी फुटेज खंगाले जा रहे हैं। जीआरपी का कहना है कि पिज्जा लेट आया था जब तक प्लेटफार्म पर पहुंचता ट्रेन छूट चुकी थी। जबकि संचालक का आरोप है कि उसे सादे कपड़ों में खुद को सिपाही बताने वाले एक शख्स ने काफी देर तक बाहर रोक लिया और जांच के नाम पर परेशान भी किया। इसी कारण आपूर्ति में देर हुई।
दो सौ स्कूली बच्चे पाटलिपुत्र एक्सप्रेस से पटना से मुंबई की तरफ जा रहे थे। ट्रेन के जंक्शन पहुंचने के पूर्व ही उन्होंने पिज्जा के लिए आन लाइन आर्डर किया था। बच्चों के अभिभावकों ने आपूर्ति करने वालों से फोन पर शिकायत की तो बताया गया कि पिज्जा तो समय से पहुंच गया था लेकिन सर्कुलेटिंग एरिया में एक व्यक्ति जो खुद को आरपीएफ का सिपाही बताकर वाहन को रोक दिया और काफी देर तक जांच आदि के नाम पर परेशान करने के बाद जाने दिया तब तक ट्रेन छूट चुकी थी। आरपीएफ पोस्ट प्रभारी बीएन मिश्र ने बताया कि जांच में यह पता चला है कि पिज्जा वाहन दोपहर बाद दो बजकर 42 मिनट पर सर्कुलेटिंग एरिया में आया। सिपाही ने बताया है कि नो पार्किंग जोन में वाहन खड़ा कर रहा था तो मना किया। जब तक प्लेटफार्म पर पहुंचता दो बजकर 48 मिनट पर ट्रेन रवाना हो गई। आईआरसीटीसी के एरिया मैनेजर का कहना है कि पिज्जा पहुंचाने वाले से पूछताछ की गई तो बताया कि सिपाहियों ने पूछताछ और जांच के नाम पर लगभग पंद्रह मिनट उलझाए रखा।
बोले अधिकारी : मामला संज्ञान में आया है। जांच कराई जा रही है। पूरे मामले से उच्चाधिकारियों को अवगत कराया जाएगा। इसी आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी। -आशीष मिश्र, कमांडेंट आरपीएफ।