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बलिया में अगलगी की घटना में दो बच्चे जिंदा जले, कई ग्रामीण भी बुरी तरह झुलसे

शिवपुर कपूर दियर में बुधवार की देर रात हुई अगलगी की घटना ने सबको हिलाकर रख दिया है। दो मासूम बच्चे आग से बचने के चक्कर में एक दूसरे से चिपक कर जलकर मर गए।

By Vandana SinghEdited By: Published: Thu, 09 May 2019 02:58 PM (IST)Updated: Thu, 09 May 2019 03:22 PM (IST)
बलिया में अगलगी की घटना में दो बच्चे जिंदा जले, कई ग्रामीण भी बुरी तरह झुलसे
बलिया में अगलगी की घटना में दो बच्चे जिंदा जले, कई ग्रामीण भी बुरी तरह झुलसे

बलिया, जेएनएन। शिवपुर कपूर दियर में बुधवार की देर रात हुई अगलगी की घटना ने सबको हिलाकर रख दिया है। दो मासूम बच्चे रात (10) व किशन (7) पुत्रगण वृजमोहन आग से बचने के चक्कर में एक दूसरे से चिपक कर जिंदा जल मरे। वहीं 30 मवेशी खूंटे पर बंधे ही जिंदा जलकर मर गए। 150 परिवारों का आशियाना, खाद्यान्न, कपड़े सहित सब कुछ जलकर खाक हो गया। जो साल भर के कठिन परिश्रम के बाद फसलों के कटाई -मड़ाई करके अपने घर लाए थे। आधा दर्जन लोग आग बुझाने के चक्कर में बुरी तरह झुलस कर घायल हो गए हैं।

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अगलगी की घटना की सूचना पर जो भी मौके पर पहुंचा, वहां की हृदय विदारक घटना देखकर सबकी आंखों में आंसू छलक आए। बैरिया के कोतवाल अनिलचंद्र तिवारी बच्चों को आपस में चिपक कर जिंदा जले शव देखकर फफक-फफक कर रो पड़े। अग्निशमन केंद्र बैरिया पिछले छह महीने से बनकर तैयार पड़ा है लेकिन शासन-प्रशासन में बैठे जिम्मेवार लोगों के लापरवाही के चलते वह चालू नहीं हो सका। अन्यथा इतना बड़ा नुकसान नहीं होता।

बुधवार की देर शाम खाना बनाते समय चइत पासवान के घर उज्ज्वला योजना के तहत मिले गैस सिलेंडर पर खाना बनाते समय सिलेंडर में हुए विस्फोट के कारण आग लग गई। जिसके बाद पूरी बस्ती ही धूं-धूं करके चलने लगी और देखते ही देखते 150 लोगों का आशियाना जलकर राख हो गया। अग्निपीड़ितों में आधा दर्जन लोगों के घर शादी व मुंडन संस्कार का आयोजन था, पूरी तैयारी खाक में तब्दील हो गई।

आधा दर्जन लोग अग्निकांड में झुलसकर हुए घायल

इस अग्निकांड में दो बच्चों के जिंदा जलने के साथ ही आधा दर्जन लोग जिसमें गंगा पासवान (50), रामचंद्र बिंद (48), रामलाल बिंद (45), बैजनाथ बिंद (52) सहित छह लोग आग बुझाने के चक्कर में बुरी तरह झुलस गए। उनका इलाज सोनबरसा अस्पताल में चल रहा है। उनका सब कुछ जलकर खाक हो गया है। जब वे अपना इलाज कराने सोनबरसा अस्पताल पहुंचे तो अधीक्षक डा. विजय कुमार यादव ने उन्हें दवा का पर्ची देते हुए बाहर से दवा खरीदकर लाने को कहा। जब उक्त लोगों ने बताया कि हम लोगों के पास तो कुछ नहीं है, सब कुछ जल गया है, हम लोग दवा कहां से खरीदे। तब अधीक्षक ने अस्पताल से स्टोर से दवा निकलवाया।

मासूमों का शव पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया

इस अग्निकांड में जिंदा जलकर मरे दोनों बच्चों के शव को पुलिस ने कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए बलिया भेज दिया है। वहीं शासन द्वारा तत्काल पर्याप्त सहायता उपलब्ध नहीं कराए जाने से लोगों में आक्रोश व्याप्त है। मौके पर मौजूद अपर पुलिस अधीक्षक उमेश कुमार यादव के नेतृत्व में अग्निकांड में ध्वस्त हुए मलवों को हटवाया जा रहा है। वहीं जिंदा जलकर मरे हुए मवेशियों के पोस्टमार्टम के लिए दोकटी एसएचओ दिग्विजय सिंह द्वारा मुरली छपरा के पशु चिकित्साधिकारी डा. लालजी यादव को मौके पर बुलाकर पोस्टमार्टम कराया गया।

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