वाराणसी में ट्रक से 340 पेटी बिहार ले जाई जा रही अवैध शराब बरामद, दो आरोपित गिरफ्तार Varanasi news
शुक्रवार को पुलिस ने मिर्जामुराद कस्बा के निकट केआईटी के पास से ट्रक में छिपाकर तस्करी हेतु ले जाई जा रही 340 पेटी अवैध अंग्रेजी शराब बरामद कर दो अभियुक्तों को गिरफ्तार किया है।
वाराणसी, जेएनएन। हाइवे पर इन दिनों शराब तस्करी का धंधा रुकने का नाम नही ले रहा। शुक्रवार को पुलिस ने मिर्जामुराद कस्बा के निकट केआईटी के पास से ट्रक में छिपाकर तस्करी हेतु ले जाई जा रही 340 पेटी अवैध अंग्रेजी शराब बरामद कर दो अभियुक्तों को गिरफ्तार किया है। पुलिस से बचने के लिए शराब की पेटियों के ऊपर सेब के फल की पेटी रखी हुई थी। बरामद शराब की कीमत लाखों रुपए बताई गई है।
मिर्जामुराद थाना प्रभारी निरीक्षक वैभव सिंह ने बताया कि मुखबिर से सूचना मिली की प्रयागराज की ओर से ट्रक में भारी मात्रा में अवैध अंग्रेजी शराब छिपाकर तस्करी हेतु बिहार ले जाई जा रही है। सूचना पर थानाप्रभारी पुलिस टीम संग मिर्जामुराद कस्बा से आगे केआईटी के सामने हाइवे पर घेराबंदी कर ट्रक को रोक जब तलाशी लिए तो डाला में सेब की पेटी के नीचे छिपाकर रखे इम्पीरियल ब्लू के 68 पेटी, मैकड़ावल्स के 174 पेटी तथा रॉयल आर्म्स की 98 पेटी अंग्रेजी शराब बरामद हुई। करीब तीन हजार लीटर बरामद शराब चंडीगढ़ निर्मित है।ट्रक के अंदर से अलग-अलग नम्बर प्लेट भी मिले हैं। गिरफ्तार ट्रक चालक अली मोहम्मद हिमाचल प्रदेश के कांगड़ा जिले के खुड़िया थानांतर्गत विपियोतल्ली गांव तथा अक्षर मोहम्मद हिमाचल प्रदेश के ऊना जिले के जोल थानांतर्गत चौकी मीनार के निवासी बताए गए हैं।
बरामदगी व गिरफ्तारी में थाना प्रभारी निरीक्षक वैभव सिंह, एसआई रमेश यादव व ब्रजेश सिंह समेत कांस्टेबल मानवेन्द्र प्रताप तिवारी, राधेश्याम यादव, सूरज कन्नौजिया शामिल रहे।
शराब लदे ट्रक का 'कारखास' कर रहा था सौदा : मिर्जामुराद के पास एनएच 2 से शुक्रवार को प्रातः सवा सात बजे 'कारखास' सिपाही द्वारा शराब लदे ट्रक को पकड़ा गया। इसकी भनक थानेदार को भी नही लगी। शराब लदा ट्रक देर शाम थाना परिसर में पहुंचा। केआईटी से थाना के बीच की दूरी एक किमी को तय करने में ट्रक को 11 घण्टे लग गए थे। 'कारखास' सिपाही द्वारा ट्रक को थाने लाने के बजाय उसे अनजान जगह ले जाकर शराब तस्कर से दिनभर सौदेबाजी होती रही। सौदा न पटने पर अंततः ट्रक थाने आया।
सौदेबाजी में कारखास गया था जेल : मिर्जामुराद में इसी तरह का एक वाकया गत वर्ष 23 सितम्बर को हुआ था। उस समय पशु लदे दो ट्रक पकड़े गए थे। ट्रक को थाने न लाकर तस्कर व 'कारखास' सिपाही आफाक हैदर के बीच दिनभर सौदेबाजी होती रही। अंततः सौदेबाजी का ऑडियो वायरल हो गया। एसएसपी आनन्द कुलकर्णी ने मामले को गंभीरता से लेकर सिपाही के खिलाफ मुकदमा दर्ज करा उसे मिर्जामुराद थाना के हवालात में बंद करा जेल भेज तत्कालीन एसओ विश्वजीत प्रताप सिंह को निलंबित कर दिए थे। इतना ही नही उसके बाद नवम्बर माह में रुपए मांगने का पुनः एक ऑडियो वायरल होने पर 'कारखास' सिपाही गजराज सिंह पर गाज गिरी और वो सस्पेंड हो गया। इतना सब कुछ होने के बावजूद शराब लदे ट्रक को अनजान जगह ले जाने वाले थाना का 'कारखास' सिपाही को जरा भी डर नही लगा और वह दिनभर सौदेबाजी करता रहा।