दंपती हत्याकांड मामले में दो आरोपित हिरासत में, खूनी खेल से पूर्व विरोधी को मिलता रहा है पुलिस का संरक्षण
तीर्थ पुरोहित केके उपाध्याय और उनकी पत्नी ममता की शनिवार सुबह हुई हत्या के मामले में पुलिस सोमवार देर रात गाजीपुर करंडा के रामविचार उपाध्याय व एक अन्य को देर रात पकड़ लिया।
वाराणसी, जेएनएन। पुश्तैनी जायदाद और पिशाचमोचन की गद्दी को लेकर एक दशक से चल रहे विवाद में तीर्थ पुरोहित केके उपाध्याय और उनकी पत्नी ममता की शनिवार सुबह हुई हत्या के मामले में पुलिस सोमवार देर रात गाजीपुर करंडा के रामविचार उपाध्याय व एक अन्य को देर रात पकड़ लिया। केके उपाध्याय की परिवार समेत हत्या की साजिश का ताना-बाना गाजीपुर के करंडा निवासी रामविचार उपाध्याय ने बुना था। सूत्रों का दावा है कि रामविचार ने ही राजेंद्र और उसके परिवार को असलहा मुहैया कराया था। वारदात के समय रामविचार भी मौजूद था। पुलिस ने जिस दूसरे संदिग्ध को गिरफ्तार किया है, हत्या में उसकी भूमिका भी बताई जा रही है।
डबल मर्डर में रामविचार के साथ ही मृतक का छोटा भाई राजेंद्र, राजेंद्र की अधिवक्ता पत्नी पूजा और भतीजा चंदन नामजद हैं। हत्या में नामजद रामविचार के पकड़ में आने के बाद पुलिस ने उससे लंबी पूछताछ की जिसमें कई जानकारियां सामने आई है। केके उपाध्याय की हत्या की साजिश कई दिनों से रची जा रही थी। हत्या का समय, वारदात के बाद भागने के रास्ते, मोबाइल पर कब तक बातचीत करनी है, कब मोबाइल बंद करना है। सबकुछ पहले से प्लानिंग थी। वारदात से एक रात पहले केके उपाध्याय के घर में लगे सीसी कैमरे की वायरिंग काट दी गई थी। पड़ोस में लगे सीसी कैमरे का एंगल भी बदल दिया गया था।
चेतगंज थाना क्षेत्र के काली महाल निवासी केके उपाध्याय और उनके छोटे भाई राजेंद्र उपाध्याय के बीच लंबे समय से पुश्तैनी संपत्ति व पिशाचमोचन की गद्दी को लेकर विवाद चल रहा था। कई बार केके के परिवार पर जानलेवा हमला भी हुआ। पुलिस हर बार विपक्षी का साथ देती जिससे उनका मन बढ़ता गया और बीते शनिवार को खतरनाक खूनी खेल खेला। केके उपाध्याय जैसे ही सुबह अपने घर से निकले पिशाचमोचन जाने के लिए, बाइक सवार बदमाशों ने उनकी गोली मारकर हत्या कर दी। पूरे परिवार का सफाया करने की नीयत से आए बदमाशों ने घर में घुसकर उनकी पत्नी ममता उपाध्याय की भी हत्या कर दी और बेटे सुमित पर भी फायर किया लेकिन वह बाल-बाल बच गया। एसएसपी ने इस मामले में गंभीर लापरवाही बरतने पर रविवार को ही लल्लापुरा चौकी प्रभारी राजकुमार वर्मा को निलंबित कर दिया था।