लिंगमपल्ली और साबरमती से वाराणसी कैंट स्टेशन आए ढाई हजार मजदूर, गाजीपुर का एक यात्री बीमार
शनिवार को कैंट स्टेशन पर ज्यादा दबाव रहा। गुजरात के साबरमती और तेलंगाना के लिंगमपल्ली से लगभग ढाई हजार मजदूरों को लाया गया।
वाराणसी, जेएनएन। लॉकडाउन के दौरान देश के विभिन्न प्रान्तों में फंसे पूर्वांचल के कामगारों की घर वापसी का सिलसिला जारी है। शनिवार को कैंट स्टेशन पर ज्यादा दबाव रहा। गुजरात के साबरमती और तेलंगाना के लिंगमपल्ली से लगभग ढाई हजार मजदूरों को लाया गया। इसमें एक बीमार बताया जा रहा था जो गाजीपुर निवासी था।
गाड़ी संख्या- 07016 श्रमिक स्पेशल सुबह 5.50 बजे 1253 लोगों को लेकर आई। जबकि साबरमती से चली गाड़ी संख्या- 09493 निर्धारित समय से लेट शाम 4 बजे कैंट स्टेशन पहुची। इस ट्रेन में 1220 यात्री सवार थे। सभी यात्रियों का चिकित्सकीय परीक्षण के बाद उन्हेंं रोडवेज की बसों से प्रस्थान कर दिया गया।
रविवार को भी आएगी श्रमिक स्पेशल
मजदूरों की घर वापसी के क्रम में चौथे दिन रविवार को भी श्रमिक स्पेशल ट्रेन कैंट स्टेशन पहुचेगी। रेल अधिकारियों के अनुसार सूरत से शनिवार को चली ट्रेन संख्या- 09545 में कुल 12 सौ यात्री सवार हैं। यह ट्रेन रविवार को सुबह 5 बजे तक कैंट स्टेशन आएगी।
ट्रेक पर मजदूरों को देख ट्रैक की गति होगी धीमी
महाराष्ट्र की रेल दुर्घटना को प्रशासन ने गंभीरता से लिया है। इसके तहत पूर्वोत्तर रेलवे ने भी लोको पायलट और परिचालन से जुड़े सहायक लोको पायलट कुछ जरूरी हिदायतें दी गई है ताकि उक्त दुर्घटना की पुनरावृत्ति रोकी जा सके। एक दिन पूर्व महाराष्ट्र में मालगाड़ी की चपेट में आने से 16 मजदूरों की मौत हो गई थी। दुखद हादसे से पूर्व सभी मजदूर रेलवे ट्रैक के सहारे घर लौट रहे थे। इसे गंभीरता से लेते हुए पूर्वोत्तर रेलवे स्थित वाराणसी मंडल प्रशासन ने शनिवार को समस्त लोको निरीक्षक को आदेश जारी किया है। इसके तहत परिचालन कार्य के दौरान रेलवे ट्रैक पर किसी व्यक्ति को देख गति धीमी करने का निर्देश दिया गया है। साथ ही ट्रेक पर किसी तरह के गतिविधियों की सूचना से नजदीकी स्टेशन मास्टर व रेलवे कंट्रोल को अवगत कराने की बात कही गई है।