शान से लहराया तिरंगा, ध्वजारोहण के साथ ही देशभक्ति गीतों व सांस्कृतिक कार्यक्रमों की रही धूम
पूर्वांचल के सभी जनपदों में गुरुवार को स्वतंत्रता दिवस धूमधाम से मनाया गया। इस दौरान उन्मुक्त गगन में तिरंगा शान से लहराया। कलेक्ट्रेट परिसर पुलिस लाइन में सुबह ध्वजारोहण किया गय
वाराणसी, जेएनएन। पूर्वांचल के सभी जनपदों में गुरुवार को स्वतंत्रता दिवस धूमधाम से मनाया गया। इस दौरान उन्मुक्त गगन में तिरंगा शान से लहराया। कलेक्ट्रेट परिसर, पुलिस लाइन में सुबह ध्वजारोहण किया गया।
वहीं स्कूलों, कालेजों, विश्व विद्यालयों,क्लब,विभिन्न संगठनों व कई सार्वजनिक जगहों पर ध्वजारोहण किया गया। इस दौरान राष्ट्रगान के साथ ही तिरंगे झंडे को सलामी दी। कई जगहों पर प्रभातफेरी निकालकर देशभक्ति गीत गाए। स्वतंत्रता दिवस पर सुबह से ही देशभक्ति गीतों की धूम रही।
हर तरफ बज रहे देशभक्ति गीत से वातावरण गूंज रहा था। इसके साथ ही नन्हे-मुन्ने बच्चों ने विद्यालयों में तरह तरह का कार्यक्रम प्रस्तुत किया। आन-बान शान से फहराया तिरंगा स्वतन्त्रता दिवस पर गुरुवार शैक्षणिक संस्थानों में आन-बान शान से तिंरगा फहराया गया । इस मौके पर विभिन्न स्कूलों में विविध सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन हुआ । इस दौरान बच्चों ने देशभक्ति के गीत संगीत प्रस्तुति की I देशभक्ति के तराने दोपहर तक गूंजते रहें । वहीं परिषदीय विद्यालयों में रीडिंग मेला का आयोजन हुआ I इस प्रकार शैक्षिक संस्थानों में पूरे उल्लास के साथ स्वतंत्रता दिवस मनाया गया ।
महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ के पंत प्रशासनिक के सामने कुलपति प्रो. टीएन सिंह ने ध्वजारोहण किया । इस मौके पर एनसीसी के छात्रों ने सलामी दी I इस मौके कुलपति ने शिक्षाशास्त्र विभाग में कंप्यूटर लैब, लर्निंग रिसोर्स सेंटर का उद्घाटन किया । उघर सम्पूर्णानंद संस्कृत विश्वविद्यालय के ऐतिहासिक मुख्य भवन के समक्ष कुलपति प्रो राजाराम शुक्ल ने झंडा फहराया | इस मौके उन्होंने कहा कि इस वर्ष स्वतन्त्रता दिवस व रक्षा बंधन पर्व एक साथ पड़ा है । यह सौभाग्य का क्षण है। कहां कि रक्षा बंधन के दिन संस्कृत दिवस भी मनाया जाता है । कहा कि देश की आजादी के साथ संविधान के गुणगान करने लिए संस्कृत शास्त्र सदैव अग्रसर रहा है।संस्कृत दिवस की घोषणा आज के दिन होना संस्कृत शास्त्रों के प्रति सद्भाव और भूमिका का योगदान याद दिलाना हैI यूपी कालेज में प्राचार्य डा विजय बहादुर रसिंह, हरिश्चन्द्र स्नातकोत्तर महाविद्यालय, प्राचार्य डॉ. ओम प्रकाश सिंह, आर्य महिला पीजी कालेज, इंटर कालेज सहित अन्य शिक्षण संस्थाओं के प्रमुखों ने अपने-अपने विद्यालयों -महाविद्यालयों में तिरंगा फहराया । इसी प्रकार यूपी बोर्ड के क्षेत्रीय कार्यालय में अपर सचिव सतीश सिंह , संयुक्त शिक्षा निदेशक कार्यालय में जेडी अजय कुमार द्विवेदी, डीआइओएस कार्यालय पर डीआइओएस डा वीपी सिंह, बीएसए दफ्तर में बीएसए जय सिंह ने ध्वजारोहण किया ।
डीरेका में स्वतंत्रता दिवस समारोह सम्पन्न
डीजल रेल इंजन कारखाना स्टेडियम में 73वां स्वतंत्रता दिवस समारोह दिनांक 15 अगस्त, 2019 को विविध रंगारंग एवं मनोरंजक सांस्कृतिक कार्यक्रमों की प्रस्तुति के साथ सम्पन्न हुआ । कार्यक्रम का शुभारम्भ मुख्य अतिथि श्रीमती रश्मि गोयल, महाप्रबंधक द्वारा ध्वजारोहण के साथ परेड द्वारा सलामी एवं राष्ट्रगान से हुआ । तत्पश्चात् श्रीमती गोयल ने रेलवे सुरक्षा बल, सेंट जॉन्स एम्बुलेंस ब्रिगेड, नागरिक सुरक्षा दल, जिला स्काउट्स, गाइड्स, कब, बुलबुल, इण्टर कॉलेज स्काउट्स एवं गाइड्स के इकाईयों के परेड का निरीक्षण किया ।
इस अवसर पर स्वतंत्रता संग्राम के सेनानियों को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए श्रीमती गोयल ने कहा कि आज हमारा देश 73वां स्वतंत्रता दिवस मना रहा है। देश के महानायकों ने क्रांति की आग में प्राणों की आहुति दी, सत्याग्रह आंदोलन किए, लाठियां और गोलियां खाईं, कई बार जेल गए और अंग्रेजों को हमारा देश छोड़कर जाने पर मजबूर कर दिया । इसी क्रम में श्रीमती गोयल ने डीरेका की उपलब्धियों पर प्रकाश डालते हुए कहा कि वित्तीय वर्ष 2016-17 के फरवरी माह में मात्र 2 विद्युत रेल इंजन बनाने वाले डीरेका ने अत्यन्त अल्प समय में जुलाई, 2019 तक 264 विद्युत रेल इंजनों का निर्माण करके अपनी क्षमता का उत्कृष्ट प्रदर्शन किया है । वर्तमान वित्तीय वर्ष में भी अब तक डीरेका ने 92 विद्युत रेल इंजनों सहित कुल 105 रेल इंजन बना लिया है । रेलवे बोर्ड के निर्देशानुसार डीरेका में पुराने डीजल इंजनों को विद्युत रेल इंजन में कन्वर्ट करने का कार्य शुरू किया गया । डीरेका ने 2600 अश्व शक्ति के दो पुराने डीजल रेल इंजन को 10000 अश्व शक्ति के विद्युत रेल इंजन में बदलकर एक नया विश्व कीर्तिमान स्थापित किया । इस रेल इंजन को फरवरी माह में माननीय प्रधानमंत्री, भारत सरकार द्वारा राष्ट्र को समर्पित किया गया ।
विपणन के क्षेत्र में डीरेका की उपलब्धियों पर चर्चा करते हुए श्रीमती गोयल ने कहा कि वित्तीय वर्ष 2018-19 में श्रीलंका को 3000 HP के 03 रेल इंजन सहित कुल 27 रेल इंजनों एवं अतिरिक्त पूर्जों की आपूर्ति/निर्यात विभिन्न देशों एवं गैर रेलवे ग्राहकों को किया गया है, जिससे वित्तीय वर्ष 2018-19 में डीरेका को कुल ` 292.48 करोड़ मूल्य का राजस्व प्राप्त हुआ है । वर्तमान वित्तीय वर्ष 2019-20 में भी अब तक श्रीलंका को 02 रेल इंजनों के निर्यात सहित कुल 07 रेल इंजनों एवं अतिरिक्त पुर्जों की आपूर्ति की है, जिससे ` 82.78 करोड़ मूल्य का राजस्व प्राप्त हुआ है । इसके अलावा श्रीमती गोयल ने डीरेका में चल रहे भविष्य की परियोजनाएं, ऊर्जा बचत, विविध सुविधाएं, पर्यावरण संरक्षण, खेलकूद गतिविधियां इत्यादि उपलब्धियों पर भी प्रकाश डाला ।
समारोह में मुख्य अतिथि श्रीमती गोयल द्वारा डीरेका इंटर कॉलेज के इंटर एवं हाईस्कूल में सर्वाधिक अंक अर्जित करने वाले होनहार छात्र-छात्राओं को पुरस्कृत करने के साथ ही साथ ‘स्वतंत्रता दौड़’ में विजयी प्रतिभागियों को भी पुरस्कृत कर सम्मानित किया गया । इसके अतिरिक्त श्रीमती गोयल द्वारा दिव्यांग डीरेकाकर्मियों तथा डीरेकाकर्मियों के दिव्यांग आश्रितों को उपयोगी उपकरणों का वितरण किया गया ।
इस अवसर पर दिव्यांग बच्चों की व्यवसायिक प्रशिक्षण केन्द्र ‘चेतना’ सहित डीरेका स्थित विद्यालयों के आकर्षक परिधानों में सुसज्जित छात्र-छात्राओं तथा भारत स्काउट्स एवं गाइड्स द्वारा देशभक्ति गीत, समूह नृत्य एवं लोक नृत्य आदि विविध रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किया गया । इसके उपरान्त मुख्य अतिथि श्रीमती गोयल, डीरेका महिला संगठन की सदस्याओं, विभागाध्यक्षों, अन्य अधिकारियों तथा कर्मचारी परिषद् के सदस्यों द्वारा केन्द्रीय चिकित्सालय में अंतरंग मरीजों को उनके स्वास्थ्य लाभ की शुभकामनाओं के साथ पुष्टाहार वितरण किया गया ।