नौ कोच 144 बेड वाले रेलवे आइसोलेशन वार्ड की train पहुंची मीरजापुर, covid-19 संक्रमित मरीजों का होगा इलाज
उत्तर मध्य रेलवे प्रयागराज ने बढ़ते कोरोना संक्रमण के मरीजों को देखते हुए मीरजापुर को नौ कोच वाले आइसोलेशन वार्ड को सौगात के रूप में दिया है।
मीरजापुर, जेएनएन। उत्तर मध्य रेलवे प्रयागराज ने देश में बढ़ते कोरोना संक्रमण के मरीजों को देखते हुए मीरजापुर जनपद को नौ कोच वाले क्वारंटाइन/आइसोलेशन वार्ड को सौगात के रूप में दिया है।
गुरुवार को जिलाधिकारी सुशील कुमार पटेल, स्वास्थ्य विभाग व रेल अधिकारियों संग कोच के अंदर का जायजा लिया। यह कोच लाइन नंबर नौ पर खड़ी रहेगी। एक कोच में 16 बेड है जिसमें कोरोना संक्रमित मरीज को रखकर उनका उपचार किया जाएगा।
जिलाधिकारी ने बताया कि नौ कोच वाली रेलवे आइसोलेशन वार्ड स्टेशन पर ही रहेगी। मरीज बढऩे पर 09 कोच और बढ़ाया जाएगा। बताया कि एक कोच एसी रहेगी जो कोच मेडिकल स्टाफ के लिए सुरक्षित रहेगा। एक कोच में 16 मरीजों को रखा जा सकता है। बताया कि मेडिकल स्टाफ कोच में आक्सीजन सिलेंडर भी रहेगा ताकि आवश्यकता पडऩे पर उपयोग में लाया जा सके और जनपदवासियों को कोरोना वायरस संक्रमण से सुरक्षित रखा जा सके। यह एक इमरजेंसी प्रक्रिया के तहत हैं। जिलाधिकारी ने बताया कि पहले जिला प्रशासन द्वारा बनाए गए कोविड अस्पताल एवं शेल्डर होम का उपयोग किया जाएगा, इसके बाद यदि इसकी आवश्कता पड़ती है तो उपयोग किया जायेगा। इस दौरान अपर जिलाधिकारी यूपी सिंह, मुख्य चिकित्साधिकारी डा. ओपी तिवारी, रेलवे सीएमएस डा. निगम, सीनियर डीईएन राजेश कुमार, एसएस रवींद्र कुमार आदि उपस्थित रहे।
चार मंडल मुख्यालयों में भेजा क्वारंटाइन सेंटर कोच
जिलाधिकारी ने बताया कि रेलवे अधिकारियों द्वारा बताया गया कि उत्तर प्रदेश में चार मंडल मुख्यालयों के जिलों में क्वारंटाइन सेंटर कोच भेजा गया। जिसमें मीरजापुर जिला भी एक हेै। निरीक्षण के बाद जिलाधिकारी ने रेलवे के अधिकारियों को निर्देशित किया कि कोच के पास एक एंबुलेंस एवं स्वास्थ्य संबंधी गाडिय़ों के आने.जाने का रास्ता उपलब्ध होना चाहिए।
प्रत्येक कोच में होंगे बाथरूम व शौचालय
प्रयागराज रेलवे के इलेक्ट्रिक टेक्शियन नीरज कनौजिया ने बताया कि प्रत्येक आइसोलेशन कोच के अंदर चार बाथरूम व चार शौचालय है। मरीजों को स्नान और शौच के लिए कोई परेशानी नहीं होगी। बताया कि बुधवार की रात आठ बजकर बीस मिनट पर प्रयागराज से मीरजापुर कोच को लेकर आए थे।