रेलवे : आउटर पर नहीं थमेंगे ट्रेनों के पहिये, रेल लाइन दोहरीकरण का काम चालू
मंडुआडीह स्टेशन की रीमाडलिंग के साथ ही दोहरी लाइन बिछाने का काम 20 दिसंबर से दोबारा शुरू कर अब छह जनवरी तक काम खत्म करने का एजेंडा तैयार कर लिया गया है।
वाराणसी, जेएनएन। मंडुआडीह और लोहता से कैंट आने पर आउटर में ट्रेनों के पहिये थमने से रोकने की कवायद तेज हो गई है। पूर्वोत्तर रेलवे द्वारा मंडुआडीह स्टेशन से कैंट स्टेशन के बीच रेल लाइन दोहरीकरण का काम तेजी से किया जा रहा है। यह काम बीच में कुछ कारणों से शिथिल हो गया था। इसको मंडुआडीह स्टेशन की रीमाडलिंग के साथ ही दोहरी लाइन बिछाने का काम 20 दिसंबर से दोबारा शुरू कर छह जनवरी तक खत्म करने का एजेंडा तैयार किया गया है। पूर्वोत्तर रेलवे के एडीआरएम परिचालन पीसी जायसवाल ने बताया कि नए साल में स्टेशन की सेकेंड इंट्री के साथ ही दोहरी करण कार्य पूरा कर बनारस में रेल के ढांचे में क्रांतिकारी परिवर्तन किया जाएगा। इसका लाभ यात्रियों को मिलेगा।
मंडुआडीह शिफ्ट हो सकती है काशी विश्वनाथ एक्सप्रेस : मंड़ुआडीह स्टेशन सुंदर बनाने के साथ ही यहां से चलने वाली ट्रेनों की संख्या में इजाफा किया जाएगा। इससे न सिर्फ लोगों को सुविधा मिलेगी बल्कि बनारस के मुख्य कैंट रेलवे स्टेशन पर से ट्रेनों का दबाव कम किया जा सकेगा। स्टेशन निदेशक आनंद मोहन ने बताया कि इस बाबत शिफ्ट की जाने वाली गाडिय़ों की प्रारंभिक सूची तैयार की गई है। इसमें 14257-14258 काशी विश्वनाथ एक्सप्रेस, 13134-13133 वाराणसी- सियालदाह अपर इंडिया एक्सप्रेस, 14265-66 वाराणसी -देहरादून जनता एक्स., वाराणसी रांची इंटरसिटी एक्स., डीडीयू जं.-वाराणसी-जौनपुर समेत आठ टे्रनों को शिफ्ट करने पर विचार चल रहा है। इस पर अंतिम मुहर मुख्यालय से लगनी है।