धरनारत व्यापारियों ने बाबा दरबार क्षेत्र की सुरक्षा पर उठाए सवाल, बोले- छत व शटर तोडऩे वालों का पता न चलना साजिश
श्रीकाशी विश्वनाथ मंदिर परिक्षेत्र में चार दिनों से धरनारत दुकानदारों ने प्रशासन की नीयत पर सवाल उठाए हैैं।
वाराणसी, जेएनएन। श्रीकाशी विश्वनाथ मंदिर परिक्षेत्र में चार दिनों से धरनारत दुकानदारों ने प्रशासन की नीयत पर सवाल उठाए हैैं। चौथे दिन रविवार को अन्नपूर्णा मंदिर द्वार पर बैठे कारोबारियों ने एक स्वर में कहा बाबा दरबार परिसर की सुरक्षा के नाम पर करोड़ों रुपये खर्च किए जा रहे हैैं, इसके बाद भी दुकानों को क्षति पहुंचाने वालों की पुलिस-प्रशासन को 48 घंटे बाद भी जानकारी नहीं होना बेहद गंभीर है। पहले गली में प्रवेश बंद किया गया और रातों-रात दुकानों के शटर व छतों को तोड़कर कीमती सामान गायब कर दिए गए।
इससे पीढिय़ों से श्रद्धालुओं की सेवा में लगे कारोबारियों की स्थिति भिखारी जैसी हो गई है। पूरे प्रकरण में कारोबारियों के खिलाफ प्रशासन की साजिश साफ तौर पर दिख रही है। कहा विश्वनाथ गली रेड जोन की घटना के बारे मे स्थानीय अफसरों के साथ ही डीजीपी-प्रमुख सचिव तक को जानकारी दी गई है। यह भरोसा भी जताया कि पूरे मामले की निष्पक्षता से जांच होगी और दोषी दंडित किए जाएंगे। चेतावनी भी दी कि कारोबारियों को दुकान के बदले दुकान से कम स्वीकार न होगा।
विश्वनाथ गली व्यापार समिति के महामंत्री सोनालाल सेठ के अनुसार सोमवार को काशी व्यापार प्रतिनिधिमंडल समेत विभिन्न व्यापार मंडल के पदाधिकारियों के साथ बैठक कर आगे की रणनीति पर मंथन किया जाएगा। धरना स्थल पर नवीन गिरी, किशन अग्रहरि, पप्पू रस्तोगी, भानू मिश्रा, गंगानंद झा, बच्चे लाल, अजय तिवारी, राजकुमार, कमल कसेरा, चंदन, शांतनु यादव आदि थे।