Top Varanasi News Of The Day, 5 June 2020 : जगन्नाथ प्रभु स्नान के बाद पड़ गए बीमार, व्यावसायिक कोर्सों में बढ़ी शुल्क वापस, कालाजार मुक्त होगा वाराणसी
बनारस शहर की कई खबरों ने शुक्रवार को सुर्खियां बटोरीं जानिए 7 बजे तक की शहर-ए-बनारस की पांच प्रमुख और चर्चित खबर।
वाराणसी, जेएनएन। बनारस शहर की कई खबरों ने शुक्रवार को सुर्खियां बटोरीं जिनमें जगन्नाथ प्रभु स्नान के बाद पड़ गए बीमार, व्यावसायिक कोर्सों में बढ़ी शुल्क वापस, कालाजार मुक्त होगा वाराणसी, वाराणसी में झमाझम बरसात, तैयार होने लगे देव दरबार आदि खबरें रहीं। जानिए शाम 7 बजे तक की शहर-ए-बनारस की पांच प्रमुख और चर्चित खबर।
Jagannath Rath Yatra 2020 : जगन्नाथ प्रभु स्नान के बाद पड़ गए बीमार, 15 दिन तक करेंगे विश्राम
भगवान जगन्नाथ की स्नान यात्रा की परम्परा शुक्रवार को असि स्थित भगवान जगन्नाथ मंदिर के गर्भ गृह में ही निभाई गयी। परम्परानुसार भगावन जगन्नाथ 15 दिन का स्वास्थ्य लाभ लेंगे लेकिन उनके स्वस्थ्य होने पर इस बार न तो डोली यात्रा निकाली जाएगी और न ही काशी के लक्खी मेलों में शुमार रथयात्रा मेला का आयोजन होगा। कोरोना संक्रमण के कारण धार्मिक स्थलों की बन्दी के चलते जेष्ठ पूर्णिमा शुक्रवार को भगवान जगन्नाथ विग्रह स्नान की परंपरा ही निभाई गयी। भगवान के विग्रह का स्नान गर्भगृह में ही मंदिर के पुजारी राधेश्याम पांडेय व हिमांशु मिश्र ने कराया। साथ ही मंदिर के गर्भ गृह के बाहर लॉक डाउन के कारण रथयात्रा मेला व इससे सम्बंधित अन्य कार्यक्रमों के स्थगन की सूचना भी चस्पा कर दी गयी।
Varanasi सहित पांच जिलों के करीब चार लाख परीक्षार्थियों को राहत, व्यावसायिक कोर्सों में बढ़ी शुल्क वापस
महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ ने व्यावसायिक पाठ्यक्रमों में भी बढ़ी हुई परीक्षा शुल्क वापस ले ली है। इससे पहले विद्यापीठ की वित्त समिति की स्नातक की बढ़ी हुई परीक्षा शुल्क वापस ली थी। शुल्कों में कटौती सत्र 2019-20 से ही प्रभावी होगा। विद्यापीठ के इस फैसले से वाराणसी, चंदौली, भदोही, मीरजापुर व सोनभद्र के करीब चार लाख परीक्षार्थियों को राहत मिल गई।
वर्ष 2021 तक कालाजार मुक्त होगा Varanasi, उन्मूलन के लिए प्रभावित क्षेत्रों में शुरू हुआ कार्य
जिला स्वास्थ्य समिति अध्यक्ष जिलाधिकारी कौशल राज शर्मा ने बताया कि राष्ट्रीय वेक्टर जनित रोग नियंत्रण कार्यक्रम के तहत वर्ष 2021 तक कालाजार का पूरी तरह से उन्मूलन करना है। इसी के क्रम में कालाजार उन्मूलन अभियान के तहत दो प्रभावित विकास खंड में छिड़काव का कार्य किया जा रहा है। वर्ष में दो बार कीटनाशक छिड़काव का ही असर है कि कालाजार रोग जिले में सीमित हो चुका है। फिर भी अन्य जिले के साथ वाराणसी जनपद भी कालाजार उन्मूलन के लिए सरकार कृत संकल्पित है।
Varanasi Weather Update : निसर्ग के असर से वाराणसी में झमाझम बरसात, कई क्षेत्रों में जल जमाव
गुजरात एवं महाराष्ट्र में आए चक्रवात निसर्ग का काशी सहित पूरे पूर्वांचल में इतना असर हुआ कि महज बूंदाबांदी से ही पारे ने गोता लगा दिया। अप्रैल में हुई कई दिनों तक बारिश एवं आंधी-तूफान के बाद अधिकतम पारा 30 डिग्री सेल्सियस के नीचे आया था। इसके बाद मई में भीषण गर्मी का सामना करना पड़ा। उस दौरान पारा 46 डिग्री तक पहुंच गया था, लेकिन अब अधिकतम तापमान 29.6 डिग्री पर आ गया है। इससे लोगों को गर्मी से राहत मिली है। वहीं रात को जमकर झमाझम बारिश हुई। साथ ही बिजली की भी आवाजाही शुरू हो गई। कई क्षेत्रों में रातभर बिजली गायब रही। कई इलाकों में जल जमाव भी हो गया। किसानों को फायदा नजर आ रहा है।
भक्तों की अगवानी के लिए तैयार होने लगे देव दरबार, श्रीकाशी विश्वनाथ मंदिर के द्वार पर बनाए गए घेरे
कोरोना संकट के कारण दो माह से बंद चल रहे देवालय भक्तों की अगवानी के लिए तैयार होने लगे हैैं। इसमें सुरक्षा का मसला बेहद महत्वपूर्ण है। इसे देखते हुए श्रीकाशी विश्वनाथ मंदिर में गुरुवार को शारीरिक दूरी बनाए रखने के लिहाज से सभी द्वारों पर चूने से घेरा बनाया गया। इसमें दो-दो मीटर की दूरी बनाई गई। मंदिर में प्रवेश से पहले सैनिटाइजेशन के लिए द्वार पर ही हाथ धुलाने की भी व्यवस्था की गई। इसके अलावा अन्नपूर्णा मठ मंदिर, संकट मोचन मंदिर, कालभैरव दरबार, दुर्गाकुंड समेत अन्य मंदिरों में तैयारियों का खाका खींचा जा रहा है। हालांकि अभी इस संबंध में जिला प्रशासन की ओर से तिथि के संबंध में कोई लिखित दिशा-निर्देश तो नहीं दिया गया है लेकिन माना जा रहे है कि संकेत दे दिए गए हैैं। तैयारियां पूरी होने के बाद इसकी समीक्षा कर मंदिरों को खोलने पर विचार किया जाएगा। वैसे केंद्र सरकार आठ जून से मंदिरों को खोलने की घोषणा कर चुकी है।