Top 5 Varanasi News Of The Day 3 october 2020 : स्मृति ईरानी काे वाराणसी में दी चूड़ियां, सुन्नी सेंट्रल वक्फ बोर्ड के प्रार्थना पत्र पर फैसला टला, रेलवे रिजर्वेशन व्यवस्था में सेंध
बनारस शहर की कई खबरों ने शनिवार यानी 3अक्टूबर को सुर्खियां बटोरीं जानिए शाम पांच बजे तक की शहर-ए-बनारस की पांच प्रमुख और चर्चित खबरें जो दिन भर चर्चा में बनी रहीं अौर लोगों की नजरें भी उन खबरों पर रही।
वाराणसी, जेएनएन। बनारस शहर की कई खबरों ने शनिवार यानी तीन अक्टूबर को सुर्खियां बटोरीं जिनमें स्मृति ईरानी काे वाराणसी में दी चूड़ियां, सुन्नी सेंट्रल वक्फ बोर्ड के प्रार्थना पत्र पर फैसला टला, रेलवे रिजर्वेशन व्यवस्था में सेंध, मेराज ने किया आत्मसमर्पण, काशी में नवरात्र उत्सव की तैयारियां आदि प्रमुख खबरें रहीं। जानिए शाम पांच बजे तक की शहर-ए-बनारस की पांच प्रमुख और चर्चित खबरें।
कांग्रेस और समाजवादी पार्टी कार्यकर्ताओं ने केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी काे वाराणसी में दी चूड़ियां
केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी के वाराणसी दौरे में कमिश्नरी कार्यालय के पास आते समय जहां समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ताओं ने घेराव किया तो वापसी में कांग्रेस कार्यकर्ताओ ने उनके वाहन को घेर लिया और उनकी गाड़ी के आगे बैठ गए। उन्होंने केंद्रीय मंत्री को याद दिलाया कि निर्भया कांड के वक्त आपने चूड़ी लेकर प्रदर्शन किया था, आरोप लगाया कि आज आपकी सरकार में महिलाओं के साथ दुष्कर्म हो रहा है। दोपहर बाद पुलिस ने केंद्रीय मंत्री स्मृमि ईरानी के काफिले के सामने विरोध प्रदर्शन करने वाले कांग्रेस कार्यकर्ता मयंक चौबे, मनीष चौबे, रिषभ पांडेय, प्रिंस राय, दिलीप सोनकर, रोहित चौरसिया, विहान यादव, विश्वनाथ कुंवर, कुंवर यादव का धारा 151 में चालान किया है।
काशी विश्वनाथ मंदिर- ज्ञानवापी मस्जिद मामले में सुन्नी सेंट्रल वक्फ बोर्ड के प्रार्थना पत्र पर फैसला टला
काशी विश्वनाथ- ज्ञानवापी मस्जिद मामले में मुस्लिम पक्षकार सुन्नी सेंट्रल वक्फ बोर्ड के अधिवक्ता की ओर से दाखिल प्रार्थना पत्र का शनिवार को जिला जज की अदालत द्वारा निस्तारण (फैसला) आना था। सुन्नी सेंट्रल वक्फ बोर्ड के अधिवक्ता ने सिविल जज (सीनियर डिवीजन फास्टट्रैक) के निर्णय के खिलाफ निगरानी याचिका दायर करने में विलंब के लिए क्षमा मांगते हुए प्रार्थना पत्र प्रस्तुत किया था। इस प्रार्थना पत्र पर प्राचीन मूर्ति स्वयंभू ज्योतिर्लिंग भगवान विश्वेश्वरनाथ की ओर से वादमित्र ने समयावधि के बाद याचिका दायर करने पर आपत्ति जताई थी। अदालत ने दोनों पक्षों की बहस सुनने के बाद निर्णय के लिए तीन अक्टूबर की तिथि मुकर्रर कर दी थी, मगर इस मामले में अगली तिथि छह अक्टूबर तय की गई है। शनिवार की दोपहर में ज्ञानवापी मस्जिद मामले में आखिकार एक बार फिर से सुनवाई टल गई। अधिवक्ताओं ने इस बाबत बताया कि न्यायिक अधिकारी के अवकाश पर होने के कारण शनिवार को ज्ञानवापी मामले की सुनवाई टल गई है।
'क्विक तत्काल' सॉफ्टवेयर से रेलवे की रिजर्वेशन व्यवस्था में लगाता था सेंध, एजेंट को किया गिरफ्तार
कैंट स्टेशन आरपीएफ की टीम ने एक बार फिर सॉफ्टवेयर से रेलवे की रिजर्वेशन व्यवस्था में सेंध लगाने वाले गिरोह का भंडाफोड़ किया। बीती रात कपसेठी स्थित धवकलगंज में कार्रवाई के दौरान दीप ज्योति डिजिटल टूर एंड ट्रेवेल से मुंबई और सूरत के कंफर्म सात टिकट बरामद हुए। जिसे 'क्विक तत्काल' नामक मोबाइल एप से बनाया गया था। टीम ने अंकित कुमार नामक एजेंट को मौके से गिरफ्तार कर लिया। इस दौरान लैपटॉप, पर्सनल आईडी से जुड़े दस्तावेज और मोबाइल फोन भी जब्त कर लिया गया। टीम में उप निरीक्षक रमेश कुमार, संदीप, कॉन्स्टेबल शिवकांत सिंह, हीरालाल यादव और मोहम्मद मोमिन शामिल थे। आरपीएफ इंस्पेक्टर अनूप कुमार सिन्हा ने बताया कि इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों से मिले साक्ष्यों के आधार पर धवकलगंज (कपसेठी) में कार्रवाई हुई।
माफिया मुख्तार अंसारी गैंग से जुड़े मेराज ने वाराणसी पुलिस के सामने किया आत्मसमर्पण
माफिया मुख्तार अंसारी गैंग से जुड़े मेराज ने शनिवार की सुबह वाराणसी के सरैया चौकी में पहुंचकर पुलिस के सामने आत्मसमर्पण कर दिया। मेराज के पुलिस के सामने आत्मसमर्पण करने की जानकारी मिलने के बाद वाराणसी पुलिस सक्रिय हुई और इसके बाद मेराज को जैतपुरा थाने पुलिस लेकर पहुंची और पूछताछ शुरु की। मऊ सदर विधायक और अंतरराज्यीय गिरोह के सरगना मुख्तार अंसारी की गैंग सदस्य रहे मेराज अहमद उर्फ भाई मेराज ने शनिवार को सरैया पुलिस चौकी में आत्मसमर्पण कर दिया। उन्होंने चौकी प्रभारी मोहम्मद अकरम व कांस्टेबल अखिलेश की मौजूदगी में आत्मसमर्पण किया है। इससे पहले उनकी पिस्टल का लाइसेंस जिलाधिकारी कौशलराज शर्मा ने नौ सितंबर को निरस्त कर दिया था। यह कार्रवाई जैतपुरा थाने की पुलिस की रिपोर्ट के आधार पर की गई थी।
Navratri In Varanasi : काशी में शक्ति आराधना का पर्व संशय के बीच लेने लगा उत्सवी आकार
राज्य सरकार की ओर से दुर्गापूजा मनाने की बंदिशों को हटाने की जानकारी मिलने के बाद से काशी के बंगीय समाज में जहां एक ओर हर्ष है तो दूसरी ओर चिंता भी है। दरअसल चिंता इस बात की है कि वाराणसी में जिला प्रशासन की ओर से इस बाबत कोई दिशा निर्देश जारी नहीं किया गया है। हालांकि, दुर्गापूजा के आयोजन को लेकर हां और न के बीच काशी में कई पुरानी दुर्गापूजा समितियों ने दुर्गा मूर्तियों का कलाकारों को आर्डर देने के साथ ही अब पंडालों का निर्माण भी शुरू कर दिया है। काशी में बंगीय समाज की ओर से दुर्गा पूजा की तैयारियां शुरू तो हो चुकी हैं मगर अब पखवारे भर में ही क्या तैयारियां हो सकेंगी इस पर भी संशय के बादल छाए हुए हैं। बंगीय समाज के सचिव देबाशीष दास उर्फ हीरु दा ने दैनिक जागरण से बातचीत में शनिवार को बताया कि पूर्वांचल में बंगीय समाज के प्रयासों से विगत 99 साल से दुर्गा पूजा का आयोजन करवाया जा रहा है।