Top 5 Varanasi News Of The Day 17 October 2020 : नवरात्र के प्रथम दिन शैलपुत्री का पूजन, दो किशोरों पर चाकुओं से हमला, तीन घंटों तक रही बिजली गुल
बनारस शहर की कई खबरों ने शनिवार यानी 17 अक्टूबर को सुर्खियां बटोरीं जानिए शाम सात बजे तक की शहर-ए-बनारस की पांच प्रमुख और चर्चित खबरें जो दिन भर चर्चा में बनी रहीं अौर लोगों की नजरें भी उन खबरों पर रही।
वाराणसी, जेएनएन। बनारस शहर की कई खबरों ने शनिवार यानी 17 अक्टूबर को सुर्खियां बटोरीं जिनमें नवरात्र के प्रथम दिन शैलपुत्री का पूजन, दो किशोरों पर चाकुओं से हमला, तीन घंटों तक रही बिजली गुल, दिन में धूप और उमस, 17 अक्टूबर को मनाया गया उच्चरक्तचाप दिवस आदि प्रमुख खबरें रहीं। जानिए शाम सात बजे तक की शहर-ए-बनारस की पांच प्रमुख और चर्चित खबरें।
नवरात्र 2020 : नवरात्र के प्रथम दिन शैलपुत्री का पूजन, करें घर बैठे मां का दर्शन और जाने विधान
नवरात्र में पहले दिन शैलपुत्री देवी के रूप में मां की पूजा का विधान है। वाराणसी में सभी नौ देवियों के मंदिर विभिन्न स्थानों पर प्राचीन काल से ही स्थापित हैं। शैलपुत्री देवी का मंदिर अलईपुरा रेलवे स्टेशन के पीछे शक्कर तालाब के पास बना हुआ है। शारदीय नवरात्र आज 17 अक्टूबर, शनिवार से शुरू हो चुका है। पहले दिन भगवती के शैलपुत्री स्वरूप का दर्शन पूजन भक्त कर रहे हैं। देवी के मंदिर वाराणसी के अलईपुरा क्षेत्र में है जहां सुबह से ही आस्थावान शैलपुत्री देवी दुर्गा के नौ स्वरूपों में प्रथम पूज्य के दर्शन पूजन के लिए पहुंचे। हिमालय की पुत्री के रूप में जन्म लेने के कारण देवी का नाम शैलपुत्री पड़ा है। एक कथा के अनुसार दक्ष प्रजापति ने यज्ञ का एक बार आयोजन किया था उसमें समस्त देवताओं को आमंत्रित किया किंतु भगवान शिव को नहीं बुलाया। भगवान शिव ने बिना निमंत्रण में जाने से मना कर दिया लेकिन, पत्नी के आग्रह पर जाने की अनुमति दे दी। हालांकि आयोजन में भगवान शिव का अपमान होने से दुखी होकर उन्होंने स्वयं को यज्ञ में भस्म कर लिया। मान्यता है कि अगले जन्म में शैलराज हिमालय की पुत्री के रूप में जन्म हुआ, इसी कारण उनको शैलपुत्री के रूप में पूजा जाता है।
वाराणसी में सोते समय दो किशोरों पर चाकुओं से हमला, एक ने इलाज के दौरान तोड़ा दम
चौबेपुर थाना क्षेत्र के मुरीदपुर गांव निवासी जयप्रकाश चौबे के घर के अंदर कमरे में सोए दो किशोर अमन उर्फ सूरज (17) और बादल चौबे (14) को चाकू से कई वार कर घायल कर दिया। वारदात के दौरान दोनों की हालत गम्भीर होने पर ट्रामा सेंटर में भर्ती कराया गया। वहीं इलाज के दौरान सुबह अमन ने दम तोड़ दिया तो जानकारी होने के बाद परिजनों का रो रोकर बुरा हाल हो गया। पुलिस के अनुसार दोनों ही ग्रामप्रधान के परिवार के हैं। सूचना मिलने के बाद सुबह मौके पर पुलिस ने पहुंचकर वारदात की पड़ताल शुरू कर दी। परिजनों से बातचीत करने के बाद पुलिस ने रंजिश्ा सहित अन्य संभावनाआें की पड़ताल की और पूछताछ की।
वाराणसी में कई जगहों पर आज तीन घंटों तक रही बिजली गुल, बकाएदारों पर भी होगी कार्रवाई
आइपीडीएस के तहत नई लाइन निर्माण के लिए 33 केवी काशी उपकेंद्र से जुड़े दीनापुर, सलारपुर और हंसापुर क्षेत्र में सुबह 11 से दोपहर दो बजे तक बिजली कटी। यह जानकारी अधिशासी अभियंता नगरीय विद्युत निर्माण खंड द्वितीय बीके सिंह ने दी है। बताया कि शहर भर में बिजली की व्यवस्था दुरुस्त करने के क्रम में कटौती करने के बाद संबंधित इलाकों में विभाग की ओर से नई लाइन जोड़ी जा रही है। आने वाले दिनों में भी कटौती कर संबंधित क्षेत्रों में बिजली व्यवस्था दुरुस्त की जाएगी ताकि सर्दियों में अबाध बिजली आपूर्ति में कोई समस्या न आए। 686 उपभोक्ताओं की काटी बिजली बिजली चोरी और बकाएदारों के खिलाफ अभियान चलाकर बिजली विभाग ने शुक्रवार को 686 उपभोक्ताओं की बिजली आनलाइन काट दी। वहीं नौ लोगों पर बिजली चोरी का मुकदमा दर्ज किया गया। नगरीय विद्युत वितरण खंड मछोदरी के अधिशासी अभियंता अनिल कुमार चौधरी के नेतृत्व में टीम ने विश्वेश्वरगंज और छित्तनपुरा में जांच अभियान चलाया।
Varanasi City Weather Update : दिन में धूप और उमस के साथ गर्मी का भी व्यापक असर
पूर्वांचल में मौसम का रुख इन दिनों बदला हुआ है। रातें सर्द हो चली हैं जबकि दिन में गर्मी और उमस का स्तर धूप खिलने के साथ ही बढ़ जा रहा है। मौसम विज्ञानी मान रहे हैं कि आने वाले सप्ताह भर तक यही रुख रहेगा। शनिवार की सुबह आसमान साफ रहा और दिन चढऩे के साथ ही धूप खिली और उमस में भी इजाफा हुआ तो लोग पसीना पसीना होते रहे। हालांकि, शाम होने तक ठंडी हवाओं का जोर शुरू होने से लोगों को गर्मी और उमस से पर्याप्त राहत भी मिली। मौसम विज्ञानियों के अनुसार बीते दिनों चक्रवात की वजह से हवा का रुख बदलने की वजह से यह स्थिति बनी है, इससे सर्दियां हफ्ते दस दिन तक आगे खिसक कर माह के आखिर तक चली गई हैं। हालांकि पछुआ सर्द हवाएं पाकिस्तान से होते हुए जल्द ही राजस्थान होकर पूर्वी उत्तर प्रदेश तक अपना असर दिखाएंगी तो कोहरा और रात में उमस भी शुरू हो जाएगी। इसी के साथ पूर्वांचल में सर्दियों का दौर शुरू हाे जाएगा।
काेरोना वायरस संक्रमण की वजह से 17 मई नहीं बल्कि 17 अक्टूबर को मनाया गया उच्चरक्तचाप दिवस
उच्च रक्तचाप भारत ही नहीं दुनियाभर के लिए गंभीर समस्या बनी हुई है। कोरोना संक्रमण के दौर में ऐसे मरीज हाई रिस्क की श्रेणी में आते हैं। मेडिकल साइंस की भाषा में इसे साइलेंट कलिर के नाम से जाना जाता है, क्योंकि प्रारंभिक स्तर पर इसके लक्षण नहीं दिखाई देते। पहले यह रोग सामान्य तौर पर बुजुर्गों को होता था, लेकिन वर्तमान भागम-भाग जिंदगी में युवा तेजी से इसका शिकार बन रहे है। यह बातें चौकाघाट स्थित राजकीय स्नातकोत्तर आयुर्वेद महाविद्यालय एवं चिकित्सालय स्थित कायचिकित्सा एवं पंचकर्म विभाग के डा. अजय कुमार ने कही। बताया उच्च रक्तचाप के खतरों के प्रति जन-जागरुकता के लिए हर साल 17 मई को विश्व उच्चरक्तचाप दिवस मनाया जाता है। मगर इस वर्ष कोविड महामारी के मद्देनजर इसे 17 अक्टूबर को मनाया जा रहा है।