Tokyo Olympics : महादेव की नगरी वाराणसी से टीम इंडिया को पूरा समर्थन, खिलाड़ियों में भरा जोश
टोक्यो ओलंपिक प्रारंभ होने के एक दिन पूर्व बृहस्पतिवार को नमामि गंगे ने देश की ओलिंपिक प्रतिभागियों को चियर किया। लोगों से एथलीटों का मनोबल ऊंचा रखने का आग्रह किया है। भारत की सिरमौर और पहचान मां गंगा के तट पर राष्ट्रीय ध्वज लेकर नमामि गंगे के शुभकामना दी।
वाराणसी, जागरण संवाददाता। टोक्यो ओलंपिक प्रारंभ होने के एक दिन पूर्व बृहस्पतिवार को नमामि गंगे ने देश की ओलिंपिक प्रतिभागियों की टुकड़ी को चियर किया। लोगों से एथलीटों का मनोबल ऊंचा रखने का आग्रह किया है । भारत की सिरमौर और पहचान मां गंगा के तट पर राष्ट्रीय ध्वज लेकर नमामि गंगे के सदस्यों ने शुभकामना दी। नमामि गंगे के संयोजक राजेश शुक्ला के नेतृत्व में गर्व से भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ टीम इंडिया के एथलीटों को अपना पूरा समर्थन देने के लिए काशीवासियों से आवाह्न किया । श्रीकाशी विश्वनाथ और मां गंगा से टीम इंडिया के विजयी होने का आशीर्वाद मांगा।
भारतीय ओलिंपिक दल को प्रोत्साहित करती स्लोगन लिखी तख्तियां लेकर टीम इंडिया को शुभकामनाएं दी गईं । संयोजक राजेश शुक्ला ने कहा कि भारतीय खिलाड़ियों ने कड़ी मेहनत की है । आइए हम काशीवासी एक साथ होकर कहें " चीयर फॉर इंडिया ' । शुभकामनाएं देते हुए कहा कि पूरा देश ओलंपिक दल का समर्थन कर रहा है। भारतीय टीम ढेर सारे मेडल जीते काशीवासियों की यही कामना है । आयोजन में प्रमुख रूप से काशी प्रांत के संयोजक राजेश शुक्ला, सीमा चौधरी, सारिका अग्रहरी , सोनू , अशोक उपाध्याय, स्वामी जगदीश, स्वामी नारायणदास पवन पांडेय आदि उपस्थित रहे।
टोक्यो में खेलों के महाकुंभ यानी ओलिंपिक का शुक्रवार को आगाज होगा। कोरोना महामारी के कारण इन खेलों का आयोजन एक साल विलंब से हो रहा है, जिसमें 206 देशों से करीब 11000 से अधिक एथलीट 33 खेलों की 339 स्पर्धाओं में पदक जीतने के लिए अपना दमखम लगाएंगे।
पहली बार दो ध्वज वाहक : इस बार दिग्गज मुक्केबाज एमसी मेरी कोम और पुरुष हाकी टीम के कप्तान मनप्रीत सिंह उद्घाटन समारोह के लिए भारत के ध्वजवाहक होंगे। यह पहली बार होगा जब सभी देशों के दो ध्वजवाहक होंगे। परेड में भाग लेने वाले देश जापानी वर्णानुक्रम के मुताबिक मार्च के लिए कतार में खड़े होंगे, जिसमें भारत 21वें स्थान पर होगा। चूंकि अगले दिन (24 जुलाई) से कई भारतीय खिलाडिय़ों की स्पर्धा शुरू होने वाली हैं, इसलिए परेड के दौरान भारत का पूरा दल शामिल नहीं होगा।