रेलवे के छोटे स्टेशनों पर शौचालय सुविधा होगी मुफ्त
वाराणसी : रेलवे स्टेशनों पर मौजूद 'पे एंड यूज' शौचालयों का इस्तेमाल करना जल्द सस्ता हो सकता ह
वाराणसी : रेलवे स्टेशनों पर मौजूद 'पे एंड यूज' शौचालयों का इस्तेमाल करना जल्द सस्ता हो सकता है। रेलवे बोर्ड के एक नए प्रस्ताव के अनुसार छोटे स्टेशनों पर तो इनका इस्तेमाल मुफ्त भी किया जा सकता है। इस बारे में बोर्ड ने सभी जोनल रेलवे को एक पत्र भेजा है। जल्द ही निर्णय लिया जाएगा।
पे एंड यूज टायलेट की मौजूदा नीति के तहत शौचालयों का निर्माण करने वाले ठेकेदार ही अभी बाजार रेट के आधार पर सुविधा शुल्क की दर तय करते हैं। इस तरह के ज्यादातर शौचालयों में अभी लघुशंका के लिए एक से दो रुपये और शौच व स्नान के वास्ते 15 से 20 रुपये तक सुविधा शुल्क के रूप में चार्ज किए जा रहे हैं। इस बारे में रेलवे के 2012 के दिशा-निर्देशों में स्पष्ट निर्देश दिया गया है। पे एंड यूज टायलेट में केवल शौच के लिए दो रुपये और शौच के साथ स्नान करने पर पाच रुपये की राशि वसूली जानी चाहिए। रेलवे ने लघुशंका को मुफ्त की श्रेणी में रखा है।
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डीआरएम को निर्णय का अधिकार
इन गड़बड़ियों के मद्देनजर रेलवे बोर्ड की 2 फरवरी को हुई बैठक में इस नीति को बदलने का फैसला लिया गया। टायलेट इस्तेमाल की नई नीति के तहत मंडल रेलवे प्रबंधकों (डीआरएम) को इस बात का फैसला लेने के लिए अधिकृत किया गया है कि उनके अधिकार क्षेत्र में पड़ने वाले स्टेशनों के पे एंड यूज शौचालयों का इस्तेमाल करने वाले लोगों से सुविधा शुल्क लिया जाए या उसे मुफ्त कर दिया जाए।
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लोग खुले में कर रहे शौच
स्वच्छ भारत मिशन के तहत पर्याप्त मात्रा में शौचालय नहीं बन पाए और ग्रामीण क्षेत्रों के छोटे स्टेशनों पर मौजूद इस तरह के टायलेट का इस्तेमाल लोग नहीं कर रहे हैं। कई छोटे स्टेशनों पर लोग पे एंड यूज टायलेट का इस्तेमाल करने की बजाय खुले में शौच कर रहे हैं। इसलिए वहां के शौचालयों में उपयोग पर कोई शुल्क नहीं लिया जाएगा तो संभव है कि खुले में शौच करने वाले भी शौचालय का प्रयोग करें।
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'अभी तक इस प्रकार का कोई पत्र नहीं मिला है। पत्र मिलेगा तो निश्रि्वत रूप से इस पर विचार होगा। स्वच्छ भारत मिशन को लेकर पूर्वोत्तर रेलवे सतत प्रयासरत है।'
-अशोक कुमार, जन संपर्क अधिकारी, पूर्वोत्तर रेलवे, वाराणसी मंडल