आजमगढ़ में पोखरे में मछली मारने गये तीन युवकों की डूबने से मौत, तीन मौतों के बाद गांव में मचा कोहराम
बरदह थाना क्षेत्र के पिलखुआ गांव में शुक्रवार को दिन में 11 बजे तीन युवक गांव के पोखरे पर मछली मारने गए और डूब गए जिससे तीनों की मौत हो गई।
By Abhishek SharmaEdited By: Published: Fri, 01 Nov 2019 03:52 PM (IST)Updated: Fri, 01 Nov 2019 03:52 PM (IST)
आजमगढ़, जेएनएन। बरदह थाना क्षेत्र के पिलखुआ गांव में शुक्रवार को दिन में 11 बजे तीन युवक गांव के पोखरे पर मछली मारने गए और डूब गए जिससे तीनों की मौत हो गई। सूचना पर गांव के लोग पहुंचे और बांस बल्ली के सहारे पोखरी से तीनों युवकों को बाहर निकाला और लेकर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र चोरसांड जौनपुर जहां पर डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया, वहीं तीनों की मौत होने के बाद परिवार के लोग शव लेकर घर वापस आ गए।
पिलखुआ गांव में कुरैश (15) पुत्र हारून, रिजवान (15) पुत्र करीम, सुहेल (16) पुत्र मुनव्वर, अनवर (8) पुत्र नदीम सभी साथ में गांव के बाहर पोखरे पर मछली मारने गए थे। उसी समय रिजवान, सुहेल डूबने लगे तभी कुरेश दोनों को बचाने के लिए गया। जिसमें रिजवान और सुहेल दोनों हाथ पकड़ लिए और बाहर नहीं निकल पाए जिससे तीनों डूबने लगे। इसी दौरान अनवर जो साथ गया था वह पोखरे के बाहर खड़ा था। जब देखा कि तीनों पानी में डूब रहे हैं तो दौड़ते हुए घर आया और लोगों को जानकारी दी। खबर सुनते ही गांव के काफी लोग पोखरे की तरफ दौड़े और जाकर देखा तो तीनों डूबे हुए थे।
किसी तरह लोगों ने बांस बल्ली के सहारे तीनों युवकों के शव को निकाला इसके बाद सभी तीनों युवकों को जिंदा समझकर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र चोरसांड जौनपुर गए। तीनाें को देखने के बाद डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया, इसके बाद लेकर तीनों युवकों के शव को घर ले आए। सूचना मिलते ही एसओ दिनेश कुमार यादव, सीओ लालगंज अजय कुमार यादव, एसडीएम मार्टिनगंज धीरज कुमार श्रीवास्तव पुलिस फोर्स के साथ पहुंचे। परिजनों ने शव का पोस्टमार्टम कराने से इनकार किया तो इसके बाद पुलिस ने पंचनामा बनाकर शव को परिजनों को सौंप दिया। मृतक कुरेश कक्षा 8 का छात्र था और दो भाइयों में वह बड़ा था, एक बहन है और पिता सऊदी में रहते हैं। घर पर माता ईशरत जहां के अलावा बहन सलीना व दादा हाजी मोहम्मद सलीम हैं।
रिजवान कक्षा 8 का छात्र था और दो भाइयों में बड़ा था, छोटा भाई इमरान और तीन बहन रुबीना, सुबिना, सबाना हैं वहीं गांव में राजगीर का काम करते हैं। सुहेल कक्षा 6 का छात्र था और चार भाइयों में बड़ा था समीर, जमीर, अमीर और माता सबुनिशा हैं जबकि पिता राजगीर का काम करते हैं। रिजवान व सुहेल चाचा के लड़के थे पारिवारिक स्थिति दोनों की ठीक नहीं है। इस घटना से परिवार समेत पूरे गांव में मातम छा गया है।
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