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गंगा में बनेंगे तीन ट्रैक, बीच में होंगे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, दोनों किनारे होगी सुरक्षा

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी देव दीपावली का मनोहारी दृश्य देखने के लिए 30 नवंबर को बनारस आ रहे हैं। इसके लिए गंगा में जेटी से तीन ट्रैक बनाए जाएंगे। बीच में पीएम मोदी की नाव रहेगी तो दोनों किनारे के ट्रैक पर सुरक्षा कर्मियों की नावें चलेंगी।

By saurabh chakravartiEdited By: Published: Sat, 28 Nov 2020 07:10 AM (IST)Updated: Sat, 28 Nov 2020 07:10 AM (IST)
गंगा में बनेंगे तीन ट्रैक, बीच में होंगे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, दोनों किनारे होगी सुरक्षा
भैसासुर घाट से ललिताघाट तक प्रधानमंत्री के आवागमन के दौरान सुरक्षा के लिए जेटी से बनगे तीन ट्रैक।

वाराणसी, जेएनएन। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी देव दीपावली का मनोहारी दृश्य देखने के लिए 30 नवंबर को बनारस आ रहे हैं। नाव से गंगा विहार करते हुए दीपों के महोत्सव को देखेंगे। इसके लिए गंगा में जेटी से तीन ट्रैक बनाए जाएंगे। बीच में पीएम मोदी की नाव रहेगी तो दोनों किनारे के ट्रैक पर सुरक्षा कर्मियों की नावें चलेंगी। इस ट्रैक को बनाने के लिए प्रयागराज से जल पुलिस की टीम आई है।

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दिन-रात कार्य कर 28 नवंबर की शाम तक 12 किमी जलमार्ग में जेटी से तीन ट्रैक बना दिया जाएगा। खास यह कि ट्रैक बनने के बाद गंगा में सैलानियों की नावों के संचालन में कोई बाधा नहीं होगी क्योंकि तीनों ट्रैक गंगा आधे हिस्से में ही बनेंगे। हालांकि, तय ब्लू प्रिंट के अनुसार गंगा में नावों का संचालन के लिए सिर्फ ललिता घाट से अस्सी घाट के बीच में ही संचालित करने का आदेश हुआ है जिसको लेकर माझी समाज नाराज है और नाव संचालित नहीं करने की घोषणा की है। गंगा विहार के लिए तय कार्यक्रम के तहत पीएम मोदी हेलीकाप्टर से मिर्जामुराद स्थित खजुरी गांव में जनसभा करने के बाद सीधे डोमरी पहुंचेंगे। जहां संत अवधूत भगवान रात घाट से नाव पर सवार होकर सीधे ललिता घाट पहुंचेंगे। जहां जेटी पर उतरकर श्रीकाशी विश्वनाथ मंदिर में दर्शन-पूजन करेंगे। इसके बाद कारिडोर निर्माण का अवलोकन कर सीधे राजघाट चले जाएंगे जहां पर पीएम मोदी पहला दीप जलाएंगे। इस दौरान उनका संक्षिप्त संबोधन भी होगा। पीएम संत रविदास मंदिर में दर्शन भी कर सकते हैं। राजघाट पर प्रस्तावित कार्यक्रमों में शिरकत करने के बाद नाव से देव दीपावली पर जले गंगा किनारे के दीपों को देखने के लिए जाएंगे। इस दौरान चेत सिंह किला लेजर शो का भी अवलोकन करेंगे। फिर संत रविदास घाट पर उतरकर सड़क मार्ग से सारनाथ के लिए रवाना हो जाएंगे।


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