वाराणसी में तीन घाट बनेंगे दिव्यांग फ्रेंडली, दशाश्वमेध, अस्सी और मणिकर्णिका घाट पर होगा निर्माण
दिव्यांगों की सहूलियत के लिए सरकार सजग है प्रयास है कि उन्हें किसी के सहारे का इंतजार न करना पड़े।
वाराणसी, जेएनएन। दिव्यांगों की सहूलियत के लिए सरकार सजग है। प्रयास है कि उन्हें किसी के सहारे का इंतजार न करना पड़े। इसी को ध्यान में रख गंगा घाटों पर सुविधाएं उपलब्ध कराने का निर्णय लिया गया है। सुरम्य भारत अभियान के तहत सर्वाधिक भीड़भाड़ वाले गंगा किनारे के तीन घाटों को दिव्यांग फ्रेंडली बनाया जाएगा।
दिव्यांगजन सशक्तीकरण विभाग के विशेष सचिव अजीत कुमार ने जिला प्रशासन को पत्र भेजकर दशाश्वमेध, अस्सी और मणिकर्णिका घाट पर आवश्यक सुविधा उपलब्ध कराने का आदेश दिया है। इसके लिए वित्तीय स्वीकृति भी प्रदान की गई है। घाटों पर रेलिंगयुक्त रैंप, जरूरत के मुताबिक शौचालय, पेयजल की व्यवस्था और साइनेस आदि बनाए जाएंगे। इस पर 2.88 करोड़ रुपये खर्च होगा। इसमें दशाश्वमेध घाट के लिए 1.2 करोड़ रुपये, अस्सी घाट पर एक करोड़ और मणिकर्णिकाघाट के लिए 85.55 लाख रुपये खर्च होंगे। निर्माण कार्य शुरू करने के लिए पहली 50 फीसद की पहली किस्त 149 लाख रुपये जारी कर दी गई है। इस कार्य के पूरा होने से दिव्यांग दर्शनार्थियों और गंगा स्नान करने आने वालों को काफी सहूलियत होगी।