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व्यापारी का अपहरण कर 25 लाख रुपये वसूली में तीन गिरफ्तार, तीन असलहे और दर्जनों कारतूस बरामद

व्यापारियों का अपहरण कर दहशत फैलाने व फिरौती वसूलने वाले पांच सदस्यीय शातिर गैंग के तीन आरोपितों को क्राइम ब्रांच की टीम ने रविवार की रात गिरफ्तार कर लिया।

By Abhishek SharmaEdited By: Published: Mon, 06 Jan 2020 10:49 AM (IST)Updated: Mon, 06 Jan 2020 12:17 PM (IST)
व्यापारी का अपहरण कर 25 लाख रुपये वसूली में तीन गिरफ्तार, तीन असलहे और दर्जनों कारतूस बरामद
व्यापारी का अपहरण कर 25 लाख रुपये वसूली में तीन गिरफ्तार, तीन असलहे और दर्जनों कारतूस बरामद

वाराणसी, जेएनएन। व्यापारियों का अपहरण कर दहशत फैलाने व फिरौती वसूलने वाले पांच सदस्यीय शातिर गैंग के तीन आरोपितों को क्राइम ब्रांच की टीम ने रविवार की रात गिरफ्तार कर लिया। इसमें लक्सा थाना क्षेत्र के लक्ष्मीकुंड निवासी रमेश शर्मा, कैंट थाना क्षेत्र के फुलवरिया निवासी राजीव यादव, भेलूपुर थाना क्षेत्र निवासी शलीम मिर्जा शामिल हैैं। उनके पास से तीन असलहे व दर्जनों कारतूस व अपहरण में प्रयुक्त गाड़ी भी बरामद की गई है। शातिर गैंग के दो आरोपित नारायण यादव समेत एक अन्य फरार हैैं। इनकी गिरफ्तारी के लिए क्राइम ब्रांच की टीम छापेमारी कर रही है। 

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दिसंबर में सिगरा के चंद्रिका नगर स्थित विनय कुंज निवासी व्यापारी मनीष खन्ना का अपहरण कर लिया गया था। उन्हें 25 लाख रुपये की हामी भरने के बाद छोड़ा गया। बाद में मनीष ने पुलिस की दी गई तहरीर में घटना की पूरी जानकारी दी थी। इसमें उनका कहना था कि दुकान बंद कर लौटते समय रास्ते से उनका कुछ लोगों ने अपहरण कर सफेद गाड़ी में बैठा लिया। फिरौती के रूप में 25 लाख रुपये नहीं देने पर परिवारीजनों समेत जान से मारने की धमकी भी दी थी। आरोपितों ने पुलिस के पास जाने से अंजाम बुरा होने की बात कही थी। गाड़ी में बैठा कर उन्हें महमूरगंज क्षेत्र में ले जाया गया था। फिरौती के 25 लाख रुपये देने में असर्मथता जताने पर अपहरणकर्ताओं ने दस लाख तुरंत लिए और शेष जनवरी के अंतिम सप्ताह में देने का भरोसा देने पर उन्हें छोड़ा गया। 


एक वर्ष पूर्व भी वसूली थी फिरौती 

व्यापारी के अनुसार 2018 में भी 29 नवंबर को बदमाशों ने उसे लक्ष्मीकुंड के पास से अपहृत कर 15 लाख रुपये वसूले थे। व्यापारी का कहना था कि भयवश वह उस समय पुलिस के पास नहीं गया था। 

वर्ष 2004 में पहली बार आए थे नाम  

व्यापारी रितेश माहेश्वरी अपहरण में पहली बार रमेश शर्मा व राजीव यादव के नाम प्रकाश में आए थे। इसके बाद लक्सा व सिगरा थाना क्षेत्र में 2008 में फिरौती के लिए व्यापारी की हत्या में भी इन दोनों आरोपितों के नाम सामने आए थे। पांच दिसंबर 2004 को व्यापारी रितेश माहेश्वरी का अपहरण कर पांच करोड़ की रंगदारी मांगी गई थी। उन्हें मऊ से अपहरणकर्ताओं के चंगुल से छुड़ाया गया था। उस घटना में करीब 11 बदमाश शामिल थे। 

व्यापारी ने अपहरण कर फिरौती लेने का मुकदमा दर्ज कराया था। इसमें व्यापारी को अपहरण के लिए उपयोग में ले आई गई गाड़ी का कुछ नंबर याद था जिसके आधार पर क्राइम ब्रांच की टीम को लगाया गया था। रविवार को तीन आरोपितों को गिरफ्तार कर लिया गया उनकी निशानदेही पर अपहरण में उपयोग की गई गाड़ी बरामद कर ली गई है। अपहर्ताओं के पास से तीन असलहे व दर्जनों कारतूस भी बरामद किए गए हैैं। गिरफ्तार आरोपित रमेश शर्मा व राजीव यादव पर अपहरण समेत कई धाराओंं में दर्जनों मुकदमे पंजीकृत हैैं। फरार आरोपितों की गिरफ्तारी के लिए क्राइम ब्रांच की टीम दबिश दे रही है। जल्द ही गिरफ्तारी की जाएगी। - प्रभाकर चौधरी, एसएसपी।


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