निवेदिता हत्याकांड में मुकदमा वापस लेने की धमकी, मुकदमा दर्ज, 12 अगस्त को शिक्षिका की हुई थी हत्या
मृतका निवेदिता की दिव्यांग बेटी की हत्या करने की धमकी दी। सुबोध ठाकुर की तहरीर पर लंका पुलिस ने शुक्रवार को मुकदमा दर्ज किया।
वाराणसी, जेएनएन। लंका थाना क्षेत्र के नरोत्तमपुर में 12 अगस्त को घर में सोते समय शिक्षिका निवेदिता सिंह की हत्या कर दी गई। इस मामले में निवेदिता के पति सहित अन्य आरोपित जेल में बंद हैं। नगवां के रहने वाले निवेदिता के पिता सुबोध ठाकुर का आरोप है हत्याकांड की अभियुक्त अस्सी की रहने वाली काजल की जमानत होने बावजूद वह जेल से बाहर नहीं निकल रही है। जिसने बीते 28 तारीख को अपने भाई प्रतीक सिंह और मामा गिरधारी ठाकुर को भेज कर सुबोध को मुकदमे में पैरवी बन्द करने और मुकदमा वापस नहीं करने पर जान से मारने और मृतका निवेदिता की दिव्यांग बेटी की हत्या करने की धमकी दी। सुबोध ठाकुर की तहरीर पर लंका पुलिस ने शुक्रवार को मुकदमा दर्ज किया।
रंगदारी के आरोपित अभिषेक सिंह हनी को पुलिस कस्टडी में देने
प्रभारी मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट सुरेंद्र प्रताप यादव की अदालत ने शातिर अपराधी अभिषेक सिंह उर्फ हनी की मोबाइल बरामदगी के लिए उसे दस घण्टे के लिए पुलिस कस्टडी में देने का आदेश दिया है। आरोपित की पुलिस कस्टडी की अवधि दो फरवरी को सुबह आठ बजे से शुरू होगी।
कैंट क्षेत्राधिकारी मो. मुश्ताक ने सीजेएम कोर्ट में इस आशय का प्रार्थना पत्र दिया था कि अभिषेक सिंह उर्फ हनी ने माफिया प्रदीप सिंह से अपराध संबंधित व्हाट्सएप्प चैटिंग व अन्य बातचीत की है। विवेचना के लिए यह अहम साक्ष्य है। उक्त मोबाइल को बरामद करने के लिए अभिषेक सिंह हनी को पुलिस कस्टडी में देने की अदालत से अपील की। अदालत ने प्रार्थना पत्र पर सुनवाई करते हुए मामले की गंभीरता को मद्देनजर रखते हुए अभिषेक सिंह हनी को 10 घंटे की पुलिस कस्टडी में देने का आदेश दिया है।