आम के रसीले स्वाद पर लग सकता है मौसम का ग्रहण, बौर में रोग लगने की भी आशंका
चंदौली में आम के रसीले स्वाद पर प्रतिकूल मौसम का ग्रहण लग सकता है। मौसम में नमी, असमय तापमान से बौर लगने की प्रक्रिया प्रभावित होगी।
चंदौली, जेएनएन। आम के रसीले स्वाद पर प्रतिकूल मौसम का ग्रहण लग सकता है। मौसम में नमी, असमय तेज धूप व तापमान से बौर लगने की प्रक्रिया प्रभावित होगी। वहीं बौर लगने के बाद रोग का प्रकोप बढ़ेगा। इससे उत्पादन घटने की आशंका है। इसको लेकर बागवानी विशेषज्ञों के साथ ही बागवान ¨चतित हैं। जिले में करीब 105 हेक्टेयर भूमि में आम के बाग हैं। वहीं करीब 3500 कुंतल उत्पादन का लक्ष्य रखा गया है। धान के कटोरा में बागों में लंगड़ा व दशहरी के वृक्षों की अधिकता है। अपने रसीले स्वाद व मिठास की वजह से यहां के आम की डिमांड जनपद के साथ ही आसपास के इलाके में भी रहती है। लेकिन इस बार प्रतिकूल मौसम आम का उत्पादन प्रभावित कर सकता है। फरवरी के मध्य तक मौसम में मौजूद नमी की मात्रा व कभी तेज धूप तो कभी बारिश आम के पेड़ में बौर लगने की प्रक्रिया को बाधित करेगा। कम बौर लगने से उत्पादन प्रभावित होगा। वहीं मौसम अनुकूल न होने पर बौर में रोग लगने से झड़ने की आशंका भी बढ़ गई है। गत वर्ष हुआ था बेहतर उत्पादन : पिछले वर्ष आम का बेहतर उत्पादन होने से लोगों को जी भरकर आम का मजा लेने का मौका मिला था। फरवरी माह के मध्य तक पेड़ बौर से लद गए थे। इससे बागवानों को फायदा हुआ था। लेकिन इस बार प्रतिकूल मौसम बाधा बना हुआ है। मौसम का प्रतिकूल प्रकोप आम के लिए नुकसानदेय साबित हो सकता है। अधिक नमी के चलते पेड़ों पर कम बौर लगेंगे। इसका असर उत्पादन पर पड़ेगा।
-एसवी वर्मा, उप उद्यान अधिकारी।