TB रोग जैसा है कोरोना से बचने का तरीका, यह उपाय अपनाकर रहें Corona से सुरक्षित
टीबी रोग का बचाव काफी हद तक कोविड-19 से मिलता-जुलता है क्योंकि दोनों ही बीमारी हवा में एरोसोल के जरिए फैलती है।
वाराणसी, जेएनएन। टीबी रोग का बचाव काफी हद तक कोविड-19 से मिलता-जुलता है, क्योंकि दोनों ही बीमारी हवा में एरोसोल के जरिए फैलती है। यह कहना है बीएचयू के टीबी एवं चेस्ट विभाग के पूर्व अध्यक्ष प्रो. एसके अग्रवाल का। दैनिक जागरण से बातचीत में उन्होंने बताया कि एरोसोल पांच माइक्रॉन से छोटे कण हैं जो फेफड़े में पहुंचने में सक्षम होते हैं।
प्रो. अग्रवाल के मुताबिक बिना हवादार कमरे जिसमें खिड़कियां बंद हों और एग्जास्ट पंखा भी नहीं चल रहा हो, वहां संक्रमित होने की आशंका अधिक होती है। इस संक्रमण को कम करने के लिए अल्ट्रावायलेट रेज (पराबैंगनी विकिरण) का इस्तेमाल किया जा सकता है। सर्दी और जुकाम के कारक चार प्रकार के कोरोना वायरस वर्षों से भारत तथा आस-पास के देशों में हैं। इससे यहां के लोगों में टी-सेल इम्यूनिटी क्रॉसओवर प्रतिरोधक क्षमता विकसित कर रही है जो कोविड-19 से लोगों की जान बचा रही है। साथ ही इसकी वजह से ही यहां के अधिकतर मरीज ए-सिम्प्टोमैटिक भी मिल रहे हैं। क्रॉसओवर प्रतिरोधक क्षमता के कारण देश में कोविड-19 से होने वालों मौतों की दर दो फीसद से कम है।
कोविड-19 की गंभीरता ऐसे करें कम
-दिन में दो से तीन बार छह मिनट तक सादा पानी का भाप लें। भाप का तापमान 100 डिग्री सेंटिग्रेड होता है जो नाक में पहुंचते-पहुंचते लगभग 80 हो जाता है। यह कोरोना को निष्क्रिय करता है।
-दिन में लगभग तीन लीटर गुनगुना पानी पीएं।
-दो बार गरारा करें।
-पानी में सेंधा नमक व कुछ बूंद नींबू की मिलाकर लेते रहें।
-सात घंटे की पर्याप्त नींद लें।
-स्वयं को तनावमुक्त रखें।
-योग-प्राणायाम करें।
-वॉल्व वाला एन-95 मास्क न लगाएं।
-पल्स ऑक्सीमीटर अपने पास रखें और ऑक्सीजन स्तर मापते रहें।
-उच्च रक्तचाप, शुगर को कंट्रोल में रखें।
-विटामिन-सी, जिंक व विटामिन-डी3 की कमी न होने दें।
-मास्क, शारीरिक दूरी और साबुन से हाथ धोने पर ध्यान दें।