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बीएचयू के प्रो. चौबे प्रकरण में छात्राओं के अभिभावकों पर बनाया जा रहा दबाव

बीएचयू की छात्राओं संग शैक्षणिक टूर पर छेड़छाड़ व भद्दे कमेंट का मामला तूल पकडऩे लगा है, छात्राओं पर दबाव बनाकर बयान बदलवाने की कोशिशें तेज हो गई हैं।

By Abhishek SharmaEdited By: Published: Sun, 09 Dec 2018 12:44 PM (IST)Updated: Sun, 09 Dec 2018 12:44 PM (IST)
बीएचयू के प्रो. चौबे प्रकरण में छात्राओं के अभिभावकों पर बनाया जा रहा दबाव
बीएचयू के प्रो. चौबे प्रकरण में छात्राओं के अभिभावकों पर बनाया जा रहा दबाव

वाराणसी, जेएनएन । जंतु विज्ञान विभाग, बीएचयू की छात्राओं संग शैक्षणिक टूर पर छेड़छाड़ व भद्दे कमेंट का मामला तूल पकडऩे लगा है। न्याय की गुहार लगा रहे छात्र-छात्राओं पर नए सिरे से दबाव बनाकर बयान बदलवाने की कोशिशें तेज हो गई हैं। वहीं इस ज्वलंत मुद्दे पर कोई भी जिम्मेदार मुंह खोलने को तैयार नहीं है। 

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आरोप है कि पीडि़त छात्रा के घर जाकर उसके परिजनों पर आरोपित प्रोफेसर के पक्ष में दबाव बनाया जा रहा है। छात्रा द्वारा कुलपति से मिलकर लिखित शिकायत की गई कि उसके अभिभावकों को न सिर्फ धमकाया जा रहा है, बल्कि बयान न बदलने की स्थिति में उसकी पढ़ाई बर्बाद करने की धमकी भी दी जा रही है। उधर, जांच कमेटी ने जांच के कई चरण पूरे कर लिए हैं। आरोप लगाने वाले छात्र-छात्राओं को जहां अब तक तीन बार बुलाया जा चुका है, वहीं टूर पर गए शिक्षकों से भी कई चरण में पूछताछ की जा चुकी है। इसी क्रम में पिछले सप्ताह कुछ पूर्व विभागाध्यक्षों और छात्रों को बुलाकर पूछताछ की गई। बयान दर्ज करा चुके लोगों का कहना है कि जांच कमेटी का पूरा जोर इस पर है कि प्रोफेसर चौबे के खिलाफ कोई गंभीर साजिश हुई है। वहीं छात्रों ने भी जांच की प्रणाली पर प्रश्न उठाते हुए कहा कि पहले चक्र की पूछताछ के बाद ऐसा लग रहा था कि समूची कक्षा ने मिलकर आरोपित को फंसाने के लिए कोई षड्यंत्र रचा हो। 

शिकायत पर कुलपति गंभीर : प्रो. चौबे प्रकरण में छात्र-छात्राओं के परिजनों पर दवाब बनाने की खबरें पहले भी आती रही हैं। मगर इस बार एक छात्रा द्वारा लिखित शिकायत के बाद कुलपति प्रो. राकेश भटनागर एक्शन में आ गए। उन्होंने इस पूरे मामले की निजी तौर पर जानकारी लेनी शुरू कर दी है। दो माह का समय बीत जाने के बावजूद अभी तक रिपोर्ट जमा नहीं करने को उन्होंने गंभीरता से लिया है। सूत्रों के अनुसार कुलपति ने अपने अधीनस्थों को इस बात के निर्देश दिए हैं कि वे यह सुनिश्चित करें कि जांच निष्पक्ष हो और रिपोर्ट शीघ्र जमा हो। 

पूरी कक्षा की ओर से आरोप लगाने का पहला मामला : बीएचयू में प्रोफेसर द्वारा छात्राओं-सहकर्मियों संग अश्लील हरकत की शिकायतें पहले भी आ चुकी हैं, जिनमें कठोर दंड भी दिए गए हैं। चिकित्सा विज्ञान संस्थान के बाल-रोग विशेषज्ञ प्रो. बीडी भाटिया को एक महिला रेजिडेंट से अश्लील हरकत करने के मामले में सेवानिवृत्ति दे दी गयी थी। मगर यह पहला मामला है कि जब पूरी की पूरी कक्षा ने किसी प्रोफेसर पर अश्लील हरकत करने का आरोप लगाया हो और इस बात की लिखित शिकायत की हो कि वे पढ़ाते समय भी भद्दे कमेंट्स करते हैं। कई बार की पूछताछ के बाद भी छात्र-छात्रा अपने आरोपों को लेकर अडिग हैं। 


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