सीआरपीएफ के 'पौष्टिक आहार' पर 'वाट्सएप' का पहरा, भोजन की फोटो खींचकर करना होगा शेयर
केंद्रीय रिजर्व पुलिस फोर्स के जवानों की सेहत के लिए वाट्सएप संजीवनी साबित हो रहा है। यूपी में चुनाव करा रही दो कंपनियों समेत शहर एवं लखनऊ की छह यूनिटों के जवानों को लाभ मिलेगा।
वाराणसी, [राकेश श्रीवास्तव]। केंद्रीय रिजर्व पुलिस फोर्स के जवानों की सेहत के लिए 'वाट्सएप' संजीवनी साबित हो रहा है। यूपी में चुनाव करा रही दो कंपनियों समेत शहर एवं लखनऊ की छह यूनिटों के जवानों को इसका लाभ मिल रहा है। दरअसल, नाश्ता, भोजन से पूर्व अधिकारी, जवान खाने की थाली की फोटो ग्रुप पर अपडेट कर रहे हैं। ऐसा करने का आदेश भी है, ताकि पारदर्शिता शत-प्रतिशत बनी रहे...।
क्यों लिया तकनीकि का सहारा
जवानों के आहार के लिए सरकार ने बजट का प्रावधान किया है। इसके लिए तय मेन्यू निर्धारित है, ताकि आहार की ऊर्जा 3200 कैलोरी हो सके। वाराणसी, लखनऊ में तैनात छह यूनिटों के अलावा चुनाव करा रहे जवानों की थालियों को रोजाना चेक करने के लिए व्यवस्था को तकनीक बांधा गया है। ताकि उनकी सेहत भी बेहतर बनी रह सके।
वाट्सएप कैसे कर रहा काम
सीआरपीएफ 95 बटालियन की शहर में मछोदरी, सिगरा, पहडिय़ा, कर्माइकल लाइब्रेरी, बाल सुधार गृह जेल, लखनऊ में तैनात यूनिट के अलावा चुुनाव करा रही दो यूूनिटों के कंपनी कमांडर एवं 20-20 जवानों एवं अधिकारियों का वाट्सएप ग्रुप से जोड़ा गया है। इन्हें भोजन से पूर्व ग्रुप पर आहार की थाली को शेयर करना है।
'सीआरपीएफ जवानों की सेहत का फिक्र सरकार करती है। जवानों की सेहत को दृष्टिगत कैलोरी का मानक निर्धारित है। वाट्सएप की निगरानी से मेन्यू मुताबिक भोजन की थाली परोसने की गारंटी सुनिश्चित हुई है। नाश्ता, लंच, डिनर की थाली की फोटो अपडेट करने का आदेश है।' - नरेंद्र पाल सिंह, कमांडेंट, 95 बटालियन, केंद्रीय रिजर्व पुलिस फोर्स ।
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