10 लाख उधार देकर सूदखोरों ने वसूले 54 लाख
10 लाख ब्याज पर उधार देकर सूदखोरों ने वसूले 54 लाख
10 लाख उधार देकर सूदखोरों ने वसूले 54 लाख
-सिगरा पुलिस ने नहीं की कार्रवाई तो पुलिस आयुक्त से लगाई गुहार
-पेट्रोल पंप संचालक ने तीन नामजद समेत सात पर दर्ज कराया मुकदमा
-अभी भी मांग रहे 50 लाख, पेट्रोल पंप बंद कराकर आदमी बैठाए
जागरण संवाददाता, वाराणसी : सूदखोरों ने एक पेट्रोल पंप संचालक को 10 लाख रुपये ब्याज पर उधार देकर उनसे लगभग 54 लाख रुपये ऐंठ लिए। पेट्रोल पंप संचालक के हस्ताक्षर किए गए हुए स्टांप और चेक के बल पर सूदखोर उनसे अब भी 50 लाख रुपये की मांग कर रहे हैं। रुपये न देने पर पेट्रोल पंप को बंद करा कर उस पर अपने आदमी बैठा दिए। पेट्रोल पंप संचालक ने सिगरा थाने में शिकायत की लेकिन सुनवाई नहीं होने पर पुलिस कमिश्नर ए. सतीश गणेश से गुहार लगाई। पुलिस कमिश्नर के निर्देश पर गंजारी गंगापुर के जयदीप सिंह, उसके साले प्रदीप सिंह व केशरीपुर निवासी प्रमोद कुमार सिंह समेत चार अज्ञात के खिलाफ सिगरा थाने में मुकदमा दर्ज किया गया है। सिगरा थाने की पुलिस ने आरोपितों की तलाश शुरू कर दी है।
तुलसीपुर, महमूरगंज निवासी अमित कुमार मौर्या का पेट्रोल पंप भैरोनाथ, राजातालाब में है। अमित ने बताया कि वर्ष 2020 में उनके पिता धर्मेंद्र कुमार मौर्या गंभीर रूप से बीमार पड़े तो उन्हें पैसे की आवश्यकता हुई। उनके पेट्रोल पर जयदीप सिंह का आना-जाना था। उन्होंने जयदीप से पैसा उधार मांगा। जयदीप अपने दोस्त प्रमोद कुमार सिंह के साथ उन्हें 10 लाख रुपये उधार देने को तैयार हो गए। उसके बदले में 100 रुपये के ब्लैंक स्टांप पेपर पर दोनों ने अमित से हस्ताक्षर कराया। कुछ महीनों बाद जब अमित ने किस्तों में 10 लाख रुपये लौटा दिए और स्टांप पेपर वापस मांगा तो उनसे जयदीप और प्रमोद ने कहा कि हम ब्याज पर पैसा उधार दिए थे। हमारा पूरा पैसा मिलेगा तभी हम स्टांप पेपर लौटाएंगे।
मां के नाम की जमीन का सट्टा करा लिया
अमित ने बताया कि 14 लाख 79 हजार रुपये देने के बाद उनसे कहा गया कि ब्याज के तौर पर अभी सात लाख रुपये और देने होंगे, तभी तुम्हे तुम्हारा स्टांप पेपर मिल पाएगा। फिर, जयदीप और प्रमोद ने अमित पर दबाव बनाकर रमसीपुर कसवार स्थित उनकी मां आशा मौर्या के नाम की जमीन का सट्टा करा लिया। अमित ने बताया कि अब तक वह लगभग 54 लाख रुपए दे चुके हैं, लेकिन उनका 10 लाख का उधार खत्म नहीं हो रहा है।