भदोही में पलक झपकते ही ठिकाना बदल रहा बाहुबली विजय मिश्रा का कुनबा
विधायक विजय मिश्र का कुनबा अपनी सत्ता बनाए रखने और उसपर काबिज रहने के लिए पलक झपकते ही ठिकाना बदल देते हैं।
भदोही, जेएनएन। विधायक विजय मिश्र का कुनबा अपनी सत्ता बनाए रखने और उसपर काबिज रहने के लिए पलक झपकते ही ठिकाना बदल देते हैं। यही नहीं, अभिलेखों में नाम भी दर्ज करवाने में सफल हो जाते हैं। विधायक का मूल निवास खपटियां प्रयागराज है, उनका दावा है कि वह 34 साल से कौलापुर में रह रहे हैं। शिकायत करने वाले कृष्णमोहन तिवारी भी वर्ष 2001 से कौलापुर में जबरिया रहने का आरोप लगा चुके हैं। उनके भतीजे मनीष मिश्र तीन बार से डीघ ब्लाक से क्षेत्र पंचायत सदस्य थे और ब्लाक प्रमुख बने थे। डीघ जब सुरक्षित हो गया तो वह ठिकाना बदलकर ज्ञानपुर ब्लाक क्षेत्र के एक गांव में क्षेत्र पंचायत सदस्य बन गए तो उनकी पत्नी भी इसी क्षेत्र में क्षेत्र पंचायत सदस्य बन गई। पहुंच और समर्थकों के बल पर अपना ठिकाना बदनले रहने की वजह से चाह कर भी पुलिस सही समय पर सही जगह नहीं पहुंच पाती।
वहीं दूसरी ओर कौलापुर के रिश्तेदार कृष्णमोहन तिवारी के भवन और फर्म हड़पने के अलावा जबरिया चेक पर हस्ताक्षर के मामले में बाहुबली विधायक विजय मिश्र के कुनबे की मुसीबत बढ़ती जा रही है। सीजेएम कोर्ट ने एमएलसी रामलली मिश्र और उनके कारोबारी पुत्र विष्णु मिश्र के खिलाफ कुर्की करने का आदेश दिया है। चेताया है कि यदि 15 अक्टूबर तक यदि कोर्ट में हाजिर नहीं होते हैं तो भगोड़ा घोषित कर दिया जाएगा। इसके पहले उनके खिलाफ गैर जमानती वारंटी जारी किया जा चुका है। विधायक विजय मिश्र चित्रकूट जेल में बंद हैं। तीनों आरोपितों की जमानत अर्जी खारिज कर दी गई है।
गोपीगंज कोतवाली क्षेत्र के कृष्णमोहन तिवारी ने पांच अगस्त को तहरीर देकर आरोपल लगाया था कि बाहुबली विधायक विजय मिश्र और उनकी पत्नी एमएलसी, कारोबारी पुत्र ने उनके भवन और फर्म कृष्णमोहन मेसर्स पर जबिरया कब्जा कर लिया है। कई चेक पर हस्ताक्षर भी करवा लिया गया है। इस मामले में विधायक सहित तीन आरोपितों के खिलाफ कोतवाली में मुकदमा दर्ज किया गया था। विधायक को मध्य प्रदेश से गिरफ्तार कर लिया गया था जबकि एमएलसी और उनका कारोबारी पूत्र अभी भी फरार चल रहा है। कोर्ट से गैर जमानती वारंट जारी होने के बाद भी हाजिर नहीं हुए। पुलिस टीम कई बार दबिश दी लेकिन कोई लोकेशन नहीं मिल रहा है। कोर्ट ने अब एमएलसी और उनके पुत्र के खिलाफ कुर्की की कार्रवाई की है। प्रभारी निरीक्षक कृष्णानंद राय ने बताया कि कुर्की की कार्रवाई के बाद फरार एमएलसी और उनके कारोबारी पुत्र को कोर्ट भगोड़ा घोषित कर देगी।