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गाजीपुर में नौ वर्षों से तालाब की भूमि पर था मुख्तार के करीबियों का कब्जा

गाजीपुर में मेसर्स विकास कंस्ट्रक्शन के नाम से संचालित एफसीआइ गोदाम पर प्रशासन का बुल्डोजर चला और चहारदीवारी समेत तीन कमरों को ध्वस्त कर दिया गया।

By Saurabh ChakravartyEdited By: Published: Sun, 05 Jul 2020 07:45 PM (IST)Updated: Sun, 05 Jul 2020 07:53 PM (IST)
गाजीपुर में नौ वर्षों से तालाब की भूमि पर था मुख्तार के करीबियों का कब्जा
गाजीपुर में नौ वर्षों से तालाब की भूमि पर था मुख्तार के करीबियों का कब्जा

गाजीपुर, जेएनएन। नंदगंज थाना क्षेत्र के फतेहउल्लाहपुर में मुख्तार अंसारी के करीबियों के मेसर्स विकास कंस्ट्रक्शन द्वारा बनाए गए भवन में वर्ष 2011 से ही एफसीआइ गोदाम संचालित हो रहा है। तभी से तालाब की भूमि पर इन लोगों ने अपना कब्जा जमाना शुरू कर दिया। मुख्तार अंसारी के भय के कारण गांव वाले भी चुप रहते थे। इसके कारण इन लोगों ने धीरे-धीरे तालाब की पांच बीघा छह धूर जमीन पर पूरी तरह से न सिर्फ कब्जा जमा लिया, बल्कि चहारदीवारी खड़ी कर उस पर कमरे भी बना दिए।

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कार्रवाई से मुख्तार के करीबियों में दहशत का माहौल

पंजीकृत माफियाओं की सूची जारी कर इनके अवैध संपत्ति को ध्वस्त करने का शासन की ओर से जबसे आदेश मिला है, तबसे जिला द्वारा प्रशासन माफिया गिरोह आइएस- 191 के सरगना मुख्तार अंसारी व उनके करीबियों के खिलाफ ताबड़तोड़ कार्रवाई की जा रही है। इसी क्रम में शनिवार को फतेउल्लहापुर में हुई कार्रवाई से मुख्तार के करीबियों में दहशत पैदा हो गया है। मेसर्स विकास कंस्ट्रक्शन के नाम से संचालित एफसीआइ गोदाम 19 बीघा में फैला हुआ था। जिस पर शनिवार को प्रशासन का बुल्डोजर चला और चहारदीवारी समेत तीन कमरों को ध्वस्त कर दिया गया। इसके अलावा गोदाम का धर्मकाटा, गेट आदि भी अवैध कब्जे में है, जिसमें सरकारी अनाज रखे होने के कारण नोटिस जारी किया गया है, इसे भी शीघ्र ही ध्वस्त करने की तैयारी चल रही है।

ओवर टाइम न करने पर मजदूरों को बना दिया था बंधक

दबंगई से गोदाम में कार्य भी कराया जाता था और प्रशासन भी मूकदर्शक बना रहता था। इसी तरह 31 मई 2019 को गोदाम में ओवरटाइम न करने पर करीब डेढ़ सौ मजदूरों को ठेकेदार ने बंधक बना लिया था। सूचना पर कई थानों की फोर्स मौके पर पहुंचकर इन्हें मुक्त तो करा दिया था, लेकिन मामले में पुलिस और प्रशासन दोनों के राय अलग थे। पुलिस कहती थी ओवरटाइम काम नहीं करने पर तो प्रशासन का कहना था कि रेंट नहीं मिलने के कारण गोदाम मालिक ने गेट बंद कर दिया, जिसमें मजदूर बंद हो गए थे। विचार अलग-अलग होने का कारण भी जगजाहिर है।

गजल होटल पर जारी हुआ नोटिस

नगर के महुआबाग में बनाए गए गजट होटल पर भी प्रशासन ने नोटिस जारी किया है। यह होटल मुख्तार की पत्नी आफसा बेगम और दोनों पुत्र अब्बास और उमर के नाम से है। सदर एसडीएम के अनुसार विनयमित क्षेत्र में निर्माण पर अगल से नक्शा पास कराना होता है। इसकी जांच में कई कमियां पाईं गईं। जिसपर शुक्रवार को नोटिस जारी करते हुए स्पष्टीकरण मांगा है। इसके अनुसार कार्रवाई की जाएगी।


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