थाईलैंड और बनारस के रिश्ते और होंगे प्रगाढ़, टूरिज्म एथारिटी ऑफ थाईलैंड के निदेशक ने बताया
थाइलैंड और बनारस के रिश्ते और बेहतर होंगे। थाईलैंड से काफी धार्मिक यात्रा सारनाथ आते हैं तो वहीं बनारस से कभी लोग पर्यटन की दृष्टि से थाईलैंड की यात्रा करते हैं।
वाराणसी, जेएनएन। थाइलैंड और बनारस के रिश्ते और बेहतर होंगे। थाईलैंड से काफी धार्मिक यात्रा सारनाथ आते हैं तो वहीं बनारस से कभी लोग पर्यटन की दृष्टि से थाईलैंड की यात्रा करते हैं। इनकी संख्या भी बढ़ाने के लिए हम कई कार्यक्रम चला रहे हैं। हमारा प्रयास है कि थाईलैंड से बनारस और पूर्वांचल से थाईलैंड पर्यटकों के अलावा अन्य वर्ग के लोग भी आए।
यह कहना है टूरिज्म अथारिटी ऑफ थाईलैंड के निदेशक इसरा स्टैपनएसेथ का उन्होंने गुरुवार को दैनिक जागरण से विशेष बातचीत में बताया कि हम लोग बैंकाक, पट्टाया और फुकेट के अलावा रियांग, चंगमाई, हुआहिन और कंचनबुरी में हर वह सुविधा उपलब्ध कराने की कोशिश कर रहे हैं जो पूर्वांचल के लोगों को पंसद हैं। पूर्वांचल के लोगों को वह भाषा की समस्या का सामना न करना पड़े उसके लिए प्रशिक्षित गाइड की भी व्यवस्था कर रहे हैं। रोमांचक खेलों के अलावा जंगल सैर की सुविधा भी देंगे। बच्चों के मनोरंजन के लिए कार्टून पार्क भी खोला गया है। टूरिज्म एथारिटी ऑफ थाईलैंड के कर्मचारी भी इनकी मदद के लिए होंगे। 30 अप्रैल 2020 तक भारतीयों के लिए वीजा ऑन एराइव की सुविधा फ्री में मिलेगी। आने वाले दिनों में हम छात्रों के लिए भी विशेष कार्यक्रम बनाने पर विचार कर रहे हैं।