Varanasi City Weather Update : तापमान दोबारा 40 डिग्री के पार, दोपहर में लू के थपेड़ों का अहसास
वाराणसी का मौसम मौसम विज्ञानी मान रहे हैं कि मानसून अपने समय से है और लगभग माह भर के बाद यह दक्षिण भारत में असर करने लगेगा। इसके बाद मध्य जून तक यह पूर्वांचल में भी दस्तक दे देगा।
वाराणसी, जेएनएन। तापमान में गिरावट के बाद अब दोबारा वातावरण में गर्म अहसास घुलने लगा है। पारा एक बार फिर से चालीस डिग्री को पार कर चुका है। पूर्व में ही अप्रैल के दूसरे पखवारे में पारा 42 डिग्री के पार जाने की आशंका थी लेकिन अब पारा माह के अंत तक 45 डिग्री के करीब तक जा सकता है। वहीं बारिश या बूंदाबांदी होने के बाद वातारण में आर्द्रता का स्तर भी बढ़ जाएगा। इससे लोग पसीना पसीना भी खूब होंगे। मौसम विज्ञानी मान रहे हैं कि मानसून अपने समय से है और लगभग माह भर के बाद यह दक्षिण भारत में असर करने लगेगा। इसके बाद मध्य जून तक यह पूर्वांचल में भी दस्तक दे देगा।
शनिवार की सुबह आसमान साफ था और वातावरण में ठंड का भी असर घुला रहा, दिन चढ़ने पर वातावरण में गर्मी का असर भी चढ़ने लगा। सुबह नौ बजे तक तो राहत रही लेकिन दस बजते बजते आसमान से मानो सूरज से आंच की बारिश होने लगी। मौसम विभाग ने इस सप्ताह बादलों की आवाजाही का दौर बताया है। उम्मीद है कि आने वाले दिनों में भी बादलों की आवाजाही और लू का असर बना रहेगा। इसके बाद तेज धूप की वजह से मौसम अगले डेढ़ माह तक और भी तल्ख रहेगा।
बीते चौबीस घंटों में अधिकतम तापमान 40.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया जो सामान्य रहा, न्यूनतम तापमान 21.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया जो सामान्य ये दो डिग्री कम रहा। आर्द्रता अधिकतम 31 फीसद और न्यूनतम 28 फीसद दर्ज की गई। मौसम विभाग की ओर से जारी सैटेलाइट तस्वीरों में पूर्वांचल में आसमान साफ है। जबकि अरब सागर से बादलों का एक और झोंका मध्य प्रदेश तक पहुंच गया है जिसके दोपहर बाद या शाम तक पूर्वांचल तक पहुंचने की संभावना है। दूसरी ओर पूर्वांचल के वातावरण में पर्याप्त नमी के अभाव में बादल बनने के बाद भी बारिश नहीं हो पा रही है। जबकि लोकल हीटिंग की वजह से बादल बनने के बाद आंधी और तेज हवाओं की स्थिति पूर्व ही भांति दो चार दिन में एक बार बन रही है।