पर्ची पर लिखकर भेज दिया तीन तलाक का पैगाम, थाने से भी नहीं मिल सका इंसाफ
तीन तलाक का मुददा कानून बनने के बाद भी नहीं सुलझ पा रहा है। इसी कड़ी में जैतपुरा निवासी शहाना बेगम को दहेज के लिए ससुराल पक्ष ने तीन तलाक देकर घर से निकाल दिया है।
वाराणसी (जेएनएन) । तीन तलाक का मुददा कानून बनने के बाद भी नहीं सुलझ पा रहा है। इसी कड़ी में जैतपुरा निवासी शहाना बेगम को दहेज के लिए ससुराल पक्ष ने तीन तलाक देकर घर से निकाल दिया है। पीड़िता ने बताया कि पति ने उसे मायके से हार और पैसे लेकर आने की बात कही थी। आर्थिक स्थिति का हवाला देते हुये इंकार किया तो पहले उसे मारपीट कर उसके घर भेज दिया। 19 सितंबर को देवर के हाथों एक छोटे से कागज के टुकड़े पर तीन तलाक लिखकर भेज दिया। थाने पर सुनवाई नहीं होने पर पीड़िता ने परिजनों के साथ अब एसएसपी से न्याय की गुहार लगाई है। हालांकि एसएसपी ने प्रकरण की जांच कराकर न्याय दिलाने का भरोसा दिलाया है।
अपनी बेटी के साथ हुए इस अन्याय को लेकर पीड़िता के पिता समी उल्ला ने बताया कि उनके दामाद मुमताज हाजी ने एक छोटे से कागज में लिखकर भेजा था कि मुमताज़ अहमद ने शमीउल्लाह की लड़की शहाना बीबी को तलाक-तलाक-तलाक दिया है। आरोप है कि इस मामले की तहरीर लेकर जब उनकी बेटी अपने घर वालों के साथ जैतपुरा थाने पहुंची तो थाना प्रभारी ने वापस लौटा दिया।