पुरानी पेंशन योजना की बहाली को लेकर शिक्षकों ने आंदोलन का किया एलान
वाराणसी में पुरानी पेंशन योजना की बहाली सहित आठ सूत्रीय मांगों को लेकर शिक्षकों व राज्य कर्मचारियों ने 25 अक्टूबर को हड़ताल का एलान किया है।
वाराणसी (जेएनएन): पुरानी पेंशन योजना की बहाली सहित आठ सूत्रीय मांगों को लेकर शिक्षकों व राज्य कर्मचारियों ने 25 अक्टूबर से हड़ताल करने का एलान किया गया। शिक्षकों व कर्मचारियों के आंदोलन को शासन ने गंभीरता से लिया है। हड़ताल करने पर संघ की मान्यता समाप्त करने की चेतावनी दी है।
मुख्य सचिव डा. अनूप चंद्र पांडेय ने आचरण नियमावली हवाला देते हुए सभी जिलाधिकारियों से अग्रिम आदेश तक अवकाश स्वीकृत न करने का निर्देश दिया है। साथ धरना-प्रदर्शन व हड़ताल पर जाने वाले कर्मचारियों को 'काम नहीं तो वेतन नहीं' के सिद्धांत वेतन का भुगतान रोकने की भी चेतावनी दी है। मुख्य सचिव की ओर से जारी परिपत्र में काम करने वाले कर्मचारियों को सुरक्षा प्रदान करने, अत्यावश्यक सेवाएं बनाए रखने, संपत्ति का नुकसान पहुंचाने पर कड़ाई से रोकने का भी निर्देश दिया गया है। दूसरी ओर 25, 26 व 27 अक्टूबर को प्रस्तावित हड़ताल को देखते हुए 21 अक्टूबर को सुबह 11 बजे सभी जिलाधिकारियों व मंडलायुक्तों के साथ वीडियो कांफ्रेंसिंग बुलाई गई है। इसमें बेसिक व माध्यमिक शिक्षा के अधिकारी भी मौजूद रहेंगे। वहीं लामबंद शिक्षक-कर्मचारी हड़ताल को लेकर अडिग हैं। उनका कहना है कि सरकार की चेतावनी से झुकने वाले नहीं हैं। उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षणेत्तर एसोसिएशन ने 25 अक्टूबर को जेडी कार्यालय पर धरना-प्रदर्शन करने का निर्णय लिया है। उधर उप्र माध्यमिक वित्तविहीन शिक्षक संयुक्त संघर्ष मोर्चा ने 23 अक्टूबर को डीआइओएस कार्यालय पर धरना देने का निर्णय लिया है। परिषदीय विद्यालयों में अर्द्ध वार्षिक परीक्षाएं 26 अक्टूबर से प्रस्तावित है। वहीं 25 से शिक्षक हड़ताल पर जा रहे हैं। ऐसे में परिषदीय विद्यालयों की परीक्षाएं फंस सकती हैं। उप्र प्राथमिक शिक्षक संघ के वरिष्ठ उपाध्यक्ष सनत सिंह ने बीएसए से 25, 26 व 27 अक्टूबर को होने छमाही परीक्षाएं 29 व 30 एवं 31 अक्टूबर को कराने का अनुरोध किया गया। वर्तमान सत्र में पुरानी पेंशन योजना की बहाली सहित विभिन्न मुद्दों पर शिक्षक व कर्मचारी नौ बार आंदोलन कर चुके हैं। हालांकि पठन-पाठन तीसरी बार प्रभावित होने जा रहा है।