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सफाईकर्मी अपना काम छोड़ कर रहा था वकालत, डरा धमका कर लंबे समय से करा रहा था हस्ताक्षर

ड्यूटी छोड़ वकालत करना कासिमाबाद ब्लाक के धरवां गांव में तैनात सफाईकर्मी विंध्याचल राम को महंगा पड़ा।

By Abhishek SharmaEdited By: Published: Sun, 22 Dec 2019 08:10 AM (IST)Updated: Sun, 22 Dec 2019 08:10 AM (IST)
सफाईकर्मी अपना काम छोड़ कर रहा था वकालत, डरा धमका कर लंबे समय से करा रहा था हस्ताक्षर
सफाईकर्मी अपना काम छोड़ कर रहा था वकालत, डरा धमका कर लंबे समय से करा रहा था हस्ताक्षर

गाजीपुर, जेएनएन। अपनी ड्यूटी को छोड़कर वकालत करना कासिमाबाद ब्लाक के धरवां गांव में तैनात सफाईकर्मी विंध्याचल राम को आखिरकार महंगा पड़ा। डीपीआरओ ने शनिवार को उसे कासिमाबाद तहसील परिसर में प्रैक्टिस करते हुए शनिवार को रंगे हाथ पकड़ लिया। ग्राम प्रधान व एडीपीआरओ के साथ मौके पर पहुंचे डीपीआरओ ने तत्काल प्रभाव से उसे निलंबित करते हुए एडीपीआरओ को उसके खिलाफ विभिन्न धाराओं में एफआइआर दर्ज कराने का भी निर्देश दिया। 

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कासिमाबाद कोतवाली क्षेत्र के खेताबपुर निवासी सफाईकर्मी विंध्याचल राम करीब तीन वर्षों से धरवां गांव में तैनात है। आरोप है कि विंध्याचल राम कासिमाबाद में बतौर अधिवक्ता प्रैक्टिस करता है और कभी ड्यूटी पर नहीं जाता है। यही नहीं, वह ग्राम प्रधान व सचिव को डरा-धमका कर अपने पेरोल पर हस्ताक्षर करवाकर प्रत्येक माह वेतन भी आहरित करा लेता था। डीपीआरओ को काफी दिनों से इसकी शिकायत मिल रही थी। इस पर उन्होंने रंगे हाथ सफाईकर्मी को दबोचने की रणनीति बनाई।

शनिवार को डीपीआरओ अचानक ग्राम प्रधान अम्मार राजा के घर पहुंचे। उन्हें अपनी गाड़ी में बैठा लिए और एडीपीआरओ को भी साथ लेकर सीधा कासिमाबाद तहसील पहुंचे। वहां उक्त सफाईकर्मी बकायदा अपनी कुर्सी-टेबल लगाकर बैठा मिला। बताया कि वह डीपीआरओ को पहचानता भी नहीं था। डीपीआरओ उसके सामने बैठकर फरियादी की तरह बात करने लगे। उन्होंने एक-एक कर सभी जानकारी हासिल कर ली। डीपीआरओ को जब पक्का हो गया कि वकालत कर रहा कथित एडवोकेट विंध्याचल राम ही धरवां गांव का सफाईकर्मी है तो उन्होंने तुरंत दबोच लिया। इसके बाद तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया। एडीपीआरओ को उसके खिलाफ नोनहरा थाने में मुकदमा पंजीकृत कराने का निर्देश दिया।

-धरवां गांव का सफाईकर्मी विंध्याचल राम अपना काम न कर, वकालत कर रहा था। कासिमाबाद तहसील उसे रंगेहाथ दबोचा गया। उसको निलंबित करने के साथ ही जालसाजी, धोखाधड़ी, शासकीय कार्य किए बगैर फर्जी तरीके से वेतन आहरण करने पर कार्रवाई की जा रही है। जो भी सफाईकर्मी अगर ऐसा कर रहे हैं, उन्हें चिन्हित कर कार्रवाई की जाएगी। - अनिल सिंह, डीपीआरओ। 


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