पूर्वांचल में गंगा नदी में उफान बरकरार तो सरयू खतरे के निशान से अब भी ऊपर
गंगा एक ओर जहां लगातार उफान की ओर हैं तो दूसरी ओर सरयू का जलस्तर भी तटवर्ती इलाकों में कटान कर रहा है।
वाराणसी, जेएनएन। पूर्वांचल में नदियों का तेवर इन दिनों तल्खी की ओर है। गंगा एक ओर जहां लगातार उफान की ओर हैं तो दूसरी ओर सरयू का जलस्तर भी तटवर्ती इलाकों में कटान कर रहा है। केंद्रीय जल आयोग की ओर से शनिवार की सुबह जारी रिपोर्ट के अनुसार सरयू नदी इस समय बलिया जिले में 64.28 मीटर पर खतरे के निशान से ऊपर है। खतरा बिंदु पार करने के बाद से ही सरयू नदी आजमगढ़, मऊ और बलिया जिले के तटवर्ती इलाकों में कटान कर रहा है। जबकि निचले इलाकों में लंबे समय से बाढ़ के पानी में फसलें डूब चुकी हैं। साथ ही पशुओं के हरे चारे का भी निचले इलाकाें में संकट हो चुका है।
केंद्रीय जल आयोग की ओर से शनिवार की दोपहर में जारी रिपाेर्ट के अनुसार मीरजापुर में गंगा 72.67 मीटर, वाराणसी में 67.21 मीटर, गाजीपुर में 60.78 मीटर और बलिया में चेतावनी बिंदु से ऊपर 57.22 मीटर पर गंगा का जलस्तर बना हुआ है। जबकि गंगा नदी का पूर्वांचल में रुख्ा बढ़ाव की ओर बना हुआ है जिसकी वजह से तटवर्ती लोगों में चिंता बनी हुई है। हालांकि इस समय सिर्फ बलिया जिले में ही गंगा चेतावनी बिंदु के करीब होने से चिंता अधिक है। यहां पर सरयू नदी भी खतरे के निशान से ऊपर बह रही है। जबकि सोनभद्र जिले में सोन नदी और रिहंद बांध का जलस्तर लगातार बढ़ रहा है। दूसरी ओर जाैनपुर में गोमती नदी का जलस्तर स्थिर है।
नेपाल ने छोड़ा पानी, सरयू के जल में फिर बढ़ोतरी शुरू
मऊ में नेपाल द्वारा एक बार फिर पानी छोड़े जाने से सरयू नदी के जलस्तर में एक बार फिर बढ़ोतरी शुरू हो गई है। बीते 24 घंटे में नदी का जलस्तर 25 सेंटीमीटर बढ़ गया है। जल स्तर बढ़ने से एक बार फिर बाढ़ और कटान की संभावना बढ़ गई है।